इन दिनों मुंबई की एक डॉक्टर का इमोशनल वीडियों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियों में डाॅक्टर ने रोते हुए लोगों से मास्क पहनने की अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोविड-19 को मजाक औऱ हल्कें में न लें।
बतां दें कि इस डॉक्टर का नाम डॉ. तृप्ति गिलाड़ी है। वायरल वीडियों में उन्होंने कहा है कि एक हेल्थ प्रोफेशनल होने के बावजूद वह कोरोना वायरस से लोगों को बचाने में खुद को असहाय महसूस कर रही हैं। वीडियों में रोते हुए डाॅक्टर तृप्ति की आंखों में आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे।
कोरोना संबंधी जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इस वक्त दूसरे डॉक्टरों की तरह मैं खुद भी परेशान हूं क्योंकि डॉक्टर होने के बावजूद मैं लोगों को नहीं बचा पा रही हूं। बतां दें कि कोरोना की दूसरी लहर इस समय लोगों पर कहर बरपा रही हैं। दिल्ली के अस्पताल में कोविड-19 मरीजों को बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। वहीं देश में ऑक्सीजन की शॉर्टेज भी देखने को मिल रही हैं। जिसकी वजह से लोग बिना इलाज के ही दम तोड़ रहें है।
तृप्ति ने बताया कि हम कई पेशेंट्स को मैनेज कर रहे हैं। कई सीरियस पेशेंट भी अस्पताल में बेड न मिलने की वजह से घर में रहकर अपना इलाज करा रहे हैं। ये सब सुनकर हमें बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा है। जो पेशेंट कोरोना से ठीक हो गए हैं, उन्हें भी यह नहीं सोचना चाहिए कि वे सुपरहीरो हैं।
तृप्ति ने आगे बताया कि डॉक्टर इस बात के गवाह हैं कि कई युवाओं को कोरोना का संक्रमण होने के बाद भी वे गंभीर रूप से बीमार हुए है। डॉक्टर ने 30 से 35 साल के कोरोना पेशेंट के बारे में बताया कि कोरोना हर जगह है। अगर आप यंग हैं तो यह न समझें कि आपकों कुथ नहीं होगा क्योंकि ऐसी भी पेशेंट देखें है जो यंग हैं और आज वे वेंटिलेटर पर है। अगर किसी भी वजह से आप घर से बाहर जा रहे हैं तो सबसे पहले मास्क पहनिए और अपनी नाक को मास्क से पूरी तरह कवर करें। अगर आप थोड़ा भी बीमार हैं तो अस्पताल जाने के बजाय घर में रह कर अपने डॉक्टर से संपर्क बनाए। अस्पताल में बेड गंभीर मरीजों के लिए हैं। उन्हें इनकी ज्यादा जरूरत है। तृप्ति ने लोगों से वैक्सीन लगवाने और बीमार होने पर घर में ही आइसोलेट होने की अपील की।