दुनियाभर के लोग कोरोना वायरस महामारी के संकट से जूझ रहे हैं। वहीं कोरोना की वैक्सीन पर रिसर्च जारी है। इसी बीच खबर मिली है कि अमेरिका कोविड 19 की वैक्सीन को लेकर सबसे बड़ा ट्रायल करने जा रहा है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ और फार्मा कंपनी मॉडेर्ना ने कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार कर ली है। अब अमेरिका 30,000 लोगों पर इसका एक्सपेरीमेंट करेगा।
कुछ लोगों को दी जाएगा डमी वैक्सीन की डोज
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ के डॉक्टर एंथनी फाउची के मुताबिक जिन लोगों पर ट्रायल किया जाएगा उनमें से कुछ को वैक्सीन की डोज दी जाएगी तो वहीं कुछ लोगों को डमी वैक्सीन की डोज मिलेगी। इसके बाद उनकी हेल्थ को माॅनिटर कर ये पता किया जाएगा कि रोज की रूटीन में कौन से वो लोग हैं जो इस वायरस से संक्रमित होते हैं। खासतौर पर वो इलाके जहां पर कोरोना वायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है।
डेढ़ लाख लोगों ने करवाया रजिस्ट्रेशन
डॉ. लैरी कोरे जो द फ्रेंड हचिसन कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट की वायरोलॉजिस्ट हैं उन्होंने बताया कि वैक्सीन के ट्रायल में करीब डेढ़ लाख अमेरिकी लोगों ने शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था। वे कहती हैं कि विज्ञान के लिए इतने लोगों का शामिल होना काफी अच्छा माना जा रहा है।
65 दिनों में तैयार की गई वैक्सीन
वैसे तो वैक्सीन बनाने में काफी समय लग जाता है। लेकिन नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ ने सिर्फ 65 दिन के अंदर ही इस वायरस से लड़ने की वैक्सीन बनाई है। लोगों पर इसका ट्रायल होगा जिसके बाद नतीजे आने में थोड़ा समय लगेगा। लेकिन अगर सब सही रहा तो जल्द ही दुनिया को इस वायरस से छुटकारा मिल सकता है।