लड़कियां माता-पिता की सबसे ज्यादा करीब होती हैं, इसलिए तो उन्हें घर की लक्ष्मी कहा जाता है। हर दिन लड़कियों के लिए खास ही होता है, लेकिन कुछ दिन सिर्फ लड़कियों के सम्मान में मनाए जाते हैं। उन्हीं में से एक है राष्ट्रीय बालिका दिवस। राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुरुआत 2008 में महिला और बाल विकास मंत्रालय के द्वारा की गई थी। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य देश की लड़कियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरुक करना है। समाज में लड़कियों को लड़कों की अपेक्षा बहुत ही कम माना जाता है। लेकिन लड़कियां अपने पिता के सबसे ज्यादा करीब होती हैं। आइए आपको बताते हैं आखिर क्यों लड़कियां अपने पिता के सबसे ज्यादा करीब होती हैं...
पिता के साथ होता है खास रिश्ता
बेटी का अपने पिता के साथ बहुत ही खास रिश्ता होता है। वह हमेशा अपनी बेटी के लिए सुपर हीरो होते हैं, इसलिए बेटियां अपने पापा के सबसे ज्यादा करीब होती है। सिर्फ इतना ही नहीं लड़कियां अपने पार्टनर में भी पापा के जैसी क्वालिटीज तलाशने की कोशिश करती है। किसी को लड़की की लाइफ में सबसे पहला पुरुष उसके पापा ही होते हैं। इसलिए एक बेटी का अपने पिता के साथ रिश्ता बहुत ही खास होता है।
हर समय पिता रहते हैं साथ
पिता हमेशा अपनी बेटियों के साथ ही खड़े रहते हैं। चाहे स्थिति अच्छी हो या बुरी हर समय पापा बेटी के साथ ही रहते हैं। पिता की यही क्वालिटी बेटियों को बहुत ही अच्छी लगती है इसी कारण लड़कियों को उनके पापा के साथ खास रिश्ता होता है।
सपने पूरे करने में करते हैं मदद
पिता हमेशा अपने बच्चों की जिंदगी, रुचि, सपनों और आशाओं में अच्छी भागीदारी दिखाते हैं। पिता चाहे कितनी भी परेशानियों का सामना क्यों न कर रहे हों परंतु बच्चों के सपनों को पूरा करने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ते। इसी कारण बेटियां अपने पापा के काफी करीब होती हैं।
मुसीबत में देते हैं साथ
बेटी के हर मुश्किल समय में पिता उनके साथ होते हैं, पिता की इसी क्वालिटी के कारण कोई जोड़ नहीं जिसे लड़कियां पसंद करती हैं। हर मुश्किल समय में पिता अपने बेटी की रक्षा करते हैं, घर के अंदर और बाहर हमेशा वह अपने बेटी के लिए मजबूत रहते हैं।
अपनी बेटी के लिए जीते हैं पिता
पिता हमेशा अपनी बेटी के लिए ही जीते हैं, इस बात को ध्यान में रखते हुए भी कि बेटी की आगे चलकर शादी हो जाएगी फिर भी वह अपनी बेटी को पढ़ाते हैं और उसका करियर बनाने में उसकी पूरी मदद करते हैं।