रोशनी का त्योहार दिवाली खाने ही वाली है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी धरती पर आती हैं, इसलिए लोग अपने घरों की सफाई करते हैं। वहीं घर की खूब सजावट भी की जाती है। लोग इस दौरान दीयों, नए शो- पीस और फर्नीचर से अपने घरों को सजाते हैं। वहीं घर के मुख्य द्वार की सजावट के लिए तोरण लगाई जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं दिवाली पर तोरण लगाना क्यों शुभ होता है? आइए आपको बताते हैं इसके बारे में.....
वास्तु शास्त्र की मानें तो आम, पीपल और अशोक के पत्तों से बने तोरण को मुख्य द्वार पर लगाने से बहुत लाभ मिलता है. सनातन धर्म में भी तोरण को शुभ और पवित्र माना गया है। वहीं तोरण लगाने से घर की नाकारात्मक ऊर्जा दरवाजे से ही वापिस चली जाती है।
बता दें हर तरह के तोरण का अपना एक अलग महत्व होता है।
आम के पत्तों का तोरण
आम के पत्तों से बना तोरण मुख्य द्वार पर लगाने से घर आने वाला गर व्यक्ति साकारात्मक ऊर्जा के साथ प्रवेश करता है। वहीं इससे काम बिना विघ्न के पूरा होता है।
गेंदे के फूल का तोरण
पीले गेंदे के फूल से बने तोरण का संबंध बृहस्पति ग्रह से होता है। इन्हें लगाने से घर में सुख- शांति का वास होता है।
धान की बालियों वाला तोरण
मान्यता है कि धान की बालियों का तोरण लगाने से घर की आर्थिक स्थिति सुधरती है और साथ ही घर में भरपूर अनाज भी रहता है।
वहीं आजकल बाजार में कई सारे अलग डिजाइन के पेपर तोरण भी आ गए हैं, जिन्हें घर पर लगाकर आप अपने घर की शोभा दिवाली में बढ़ा सकते हैं।