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दादी हो तो ऐसी! 77 साल की उम्र में फूड स्टार्टअप शुरू कर बनी सफल बिज़नेसवुम

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 01 Oct, 2021 12:17 PM
दादी हो तो ऐसी! 77 साल की उम्र में फूड स्टार्टअप शुरू कर बनी सफल बिज़नेसवुम

काेराेना नाम की त्रासदी दुनिया को  ऐसे अंधेरे में लेकर चली गई है, जहां से बाहर निकलने के लिए आज भी संघर्ष किया जा रहा है। लॉकडाउन के दौरान लोगों के जीवन में कुछ अलग प्रभाव ही देखने को मिला। इस संकट की घडी में जहां कुछ लोगों ने हार मान ली, ताे वहीं 77  वर्षीय दादी ने सभी दर्द, गम, मुश्किलों को भूलकर कुछ ऐसा किया जो शायद हम भी नहीं सोच सकते थे। 

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लोगों के लिए तैयार करती हैं  स्नैक्स तैयार

77  वर्षीय उर्मिला जमनादास आशेर आम महिलाओं की तरह ही सुबह उठकर  अपना दिन शुरू करती हैं।  वह अपने पोते के लिए चाय और नाश्ता बनाती है और फिर अखबार पढ़ती हैं।  इसके बाद वह  स्नैक्स तैयार करती है, जिसे वह अपने परिवार के लिए नहीं बल्कि  उन लोगों के लिए बनाती है जो बाहर का खाना पसंद नहीं करते।

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शुरू किया अपना फूड बिजनेस 

दरअसल उर्मिला जी ने इस उम्र में अपना फूड बिजनेस शुरू किया है। उनके रेस्तरांनुमा दूकान 'गुज्जू बेन ना नास्ता' में  स्वादिष्ट भोजन तैयार किया जाता है। उनका परिवार किसी न किसी दुर्घटना में मारा गया है। अब वह अपने पोते हर्ष के साथ रहती हैं। उन्हे अचार बनाना बहुत पसंद है।एक दिन जब हर्ष ने दादी के अचार की तस्वीर सोशल मीडिया पर डाली तो लोगों इसे खाने की इच्छा जताने लगे। 

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'गुज्जू बेन ना नास्ता' है दुकान का नाम

देखते ही देखते उर्मिला जी के अचार की डिमांड बढने लगी और  वह इसके साथ-साथ सूखा और गर्म नाश्ता भी लोगों तक पहुंचाने लगे। यह लोगों का प्यार ही था कि उन्होंने'गुज्जू बेन ना नास्ता' नाम से अपनी एक दुकान खोली और लॉकडाउन में उनका शानदार फूड बिसनेस शुरू हो गया। हर्ष ने बताया कि हम लोग गुजराती कम्युनिटी से ताल्लुक रखते हैं, इसलिए दुकान का ये नाम रखा है। इसका मतलब होता है गुजरात की बहन के हाथ का बनाया नाश्ता। उन्होंने बताया कि यहां हम दादी के बनाए सारे प्रोडक्ट रखते हैं. लोग दुकान से भी हमारे प्रोडक्ट खरीदते हैं और हम ऑनलाइन भी सेल करते हैं। दादी के बनाए चिप्स, अचार, कुकीज, खाखरा जैसे प्रोडक्ट  मुंबई के बाहर भी भेजे जाते हैं। 

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12 घंटे बिताती हैं किचन में 

उर्मिला आशर का कहना है कि मुझे नहीं पता बिज़नेस से कितनी कमाई होती है। मेरा काम है कस्टमर्स के लिए ताज़ा खाना बनाना।  मुझे खाना बनाना बेहद पसंद है और 12 घंटे किचन में बिताने के बावजूद मुझे थकान नहीं होतीञ मुझे दूसरों से भी खाना बनाना सीखना पसंद है। सभी प्रोडक्ट की रेसिपीज बनाने का काम उर्मिला करती हैं। जबकि हर्ष मार्केटिंग और अकाउंटेंट का काम संभालते हैं.
 

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