देश दुनिया के लोगों की निगाहें अब कोरोना वैक्सीन पर टिकी है। भारत के साथ-साथ बहुत सी वैक्सीन कंपनिया इस पर काम कर रही हैं। हालांकि अब वैक्सीन पर एक खुशखबरी सामने आई है। दरअसल हाल ही में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की चीफ न्यूरोसाइंसेज डॉ. एमवी पद्मा श्रीवास्तव ने पिछले हफ्ते कोवैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल में हिस्सा लिया था।
तीसरे चरण में पहुंची भारती की कोवैक्सीन
आपको बता दें कि कोवैक्सीन भारत की देसी कोरोना वैक्सीन है जो कि भारतीय आर्युविज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) की मदद से दवा निर्माता कंपनी भारत बायोटेक बना रही है। खबरें ये भी हैं कि कोवैक्सीन के परीक्षण के लिए अभी तक तकरीबन 40 से 50 वालंटियर्स का रजिस्ट्रेशन हो गया है यानि जिनको वैक्सीन का पहला शॉट भी दिया गया है।
डॉ. श्रीवास्तव ने लिया पहला शॉट
महिला डॉक्टर श्रीवास्तव ने कोवैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण के लिए इस देसी वैक्सीन का पहला शॉट लिया है। वहीं उन्होंने 1 हफ्ते बाद इस वैक्सीन के बारे में बताया कि उनमें इस वैक्सीन का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं दिखा है। डॉ. श्रीवास्तव ने वेबसाइट के साथ बातचीत में कहा, ' मैंने पिछले गुरुवार को दिल्ली एम्स में कोवैक्सीन का पहला शॉट लिया था। अगला शॉट 28 दिन के बाद दिया जाएगा।'
कोवैक्सीन का पहला शॉट लेने वाली महिला डॉक्टर डॉ. एमवी पद्मा श्रीवास्तव पद्मा दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान अर्थात AIIMS के न्यूरोसाइंसेज डिपार्टमेंट की प्रमुख हैं। उन्होंने वैक्सीन को लेकर जहां यह बताया कि इस वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं वहीं भारत में सभी को इस वैक्सीन को उपलब्ध करवाने के लिए काम चल रहा है।
आपको बता दें कि इस खबर के बाद ऐसा देखा जा रहा है कि भारत जल्द कोरोना वैक्सीन पर कामयाबी पा लेगा। इस वैक्सीन का परीक्षण तृतीय चरण में पहुंच गया है ।