पिछले कुछ समय से फिल्मों को लेकर विवाद बढ़ते जा रहे हैं। पर्दे में आने से पहले लगभग हर फिल्म विवादों का सामना कर रही है। फिल्म 'द केरल स्टोरी' को लेकर देश भर में जारी हंगामा अभी थमा ही था कि एक और फिल्म लोगों के निशाने पर आग गई है। इसे लेकर तो शिकायत तक दर्ज करा दी गई है।
मुंबई के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने हिंदी फिल्म ‘72 हूरें' के निर्माताओं के खिलाफ पुलिस में लिखित शिकायत दी है और उन पर एक समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करने तथा देश को विभाजित करने की कोशिश का आरोप लगाया है। कार्यकर्ता के वकील अली काशिफ खान ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) से भी अलग से शिकायत करके फिल्म के प्रदर्शन पर रोक की मांग की है।
अधिकारियों ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली है, लेकिन अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है। संजय पूरन सिंह चौहान द्वारा निर्देशित यह फिल्म सात जुलाई को रिलीज होगी। वहीं इसी बीच दिल्ली में जवाहर लाल यूनिवर्सिटी कैंपस में फ़िल्म ‘72 हूरें’ की स्पेशल स्क्रीनिंग की गई।
बताया जा रहा है कि ये फ़िल्म आतंकवाद और आत्मघाती हमलावरों पर बनाई गई है। ये फिल्म देशभर के सिनेमाघरों में सात जुलाई को लगभग दस भाषाओं में रिलीज़ होने वाली है। इससे पहले 2019 में गोवा के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (FICCI) में इंडियन पैनोरमा सेक्शन के तहत 72 हूरें का प्रीमियर हुआ था. इस दौरान इसे अवार्ड भी दिया गया था।
गौरतलब है कि सेंसर बोर्ड (सीबीएफसी) ने इस फिल्म के ट्रेलर को आपत्तिजनक मानते हुए इसे सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया था, ऐसे में फिल्म के ट्रेलर को डिजिटली रिलीज़ किया गया था। वहीं छात्र संगठन एसएफाई ने फ़िल्म ‘72 हूरें’ को JNU कैंपस में दिखाए जाने की निंदा की है।