कैंसर एक ऐसी जानलेवा बीमारी है जो व्यक्ति को मौत के दरवाजे तक ले जाती है। वहीं, कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी (Radiation therapy) व्यक्ति का मनोबल तोड़ देती है। ऐसे में कैंसर पेशेंट का हौंसला बढ़ाने के लिए 9 साल की नन्हीं अकर्शना सतीश ने ऐसा काम किया है, जिसकी तारीफ किए बिना पुलिस कमिश्नर भी नहीं रह पाए।
कैंसर पेशेंट के लिए खोली लाइब्रेरी
दरअसल, हैदराबाद की रहने वाली 9 साल की अकर्शना सतीश ने कैंसर मरीजों के लिए एक लाइब्रेरी की स्थापना की है। उन्होंने यह लाइब्रेरी MNJ Cancer Institute में खोली है, जिसमें करीब 1000 किताबें हैं। कैंसर इंस्टीट्यूट में लाइब्रेरी बनाना अकर्शना का सपना था, जिसे उन्होंने साकार कर लिया।
एक साल से इकट्ठा कर रहीं किताबें
बता दें कि कैंसर पेशेंट के लिए खोली गई इस लाइब्रेरी में तेलुगू, अंग्रेजी, हिन्दी भाषा और कुछ कलरिंग बुक्स (कुल 1036 किताबें) हैं, जिन्हें वो पिछले एक साल से इकट्ठा कर रही हैं। इस काम में अकर्शना के परिवार व दोस्तों ने भी उनकी मदद की है।
पुलिस कमिश्नर ने किया सम्मानित
उनके इस जज्बे को देख खुद हैदराबाद कमिश्नर ऑफ पुलिस अंजनी कुमार भी उनकी तारीफ किए बिना नहीं रह पाए। उन्होंने अकर्शना को अपने ऑफिस बुलाकर उसे सम्मानित किया। वहीं, कैंसर इंस्टीट्यूट के अधिकारियों ने भी उनकी तारीफ की और उन्हें सम्मानित किया।
किताबों से गहरा लगाव
नन्हीं अकर्शना को होश संभालने से ही किताबों से लगाव हो गया था। उन्होंने किताबों को अपनी जिंदगी का अहम हिस्सा बना लिया है और अब दूसरों में भी पढ़ने की इच्छा जगाने की कोशिश में जुटी हैं।