नारी डेस्क: दिल जवान होना चाहिए, उम्र का क्या है... यह बात हमें 80 वर्षीय मॉडल को देखकर याद आ गई है जिसने मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में भाग लिया। अपनी पोतियों जितनी उम्र की महिलाओं के साथ रैंप वॉक कर उन्होंने दुनिया को हैरान कर दिया। हर तरफ उनकी हिम्मत और खूबसूरती के ही चर्चें चल रहे हैं।
दक्षिण कोरिया की इस मॉडल ने ये साबित कर दिया है कि दृढ़ संकल्प की कोई उम्र और सीमा नहीं होती। भले ही वह मिस यूनिवर्स का क्राउन अपने नाम नहीं कर पाई लेकिन लोगों के दिलों में उन्होंने अपनी एक अलग जगह बना ली है। प्रतियोगिता के ग्रैंड फिनाले से पहले चोई ने कहा- "मैं दुनिया को चौंकाना चाहती हूं। लोग पूछेंगे, 'एक 80 वर्षीय महिला इतनी स्वस्थ कैसे है? उसने ऐसा शरीर कैसे बनाए रखा? उसका रहस्य क्या है?'
80 वर्षीय चोई ने कहा- "बाहर से सुंदर दिखना महत्वपूर्ण है, लेकिन मुझे लगता है कि आपको अपने मन में भी सहज होना चाहिए और दूसरों का सम्मान करना आना चाहिए।" मोतियों से सजी सफेद गाउन पहने, चांदी के बालों वाली चोई सून-ह्वा ने जैसे ही रैंप पर कदम रखा तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया गया।
81 साल चोई भले ही मिस यूनिवर्स नहीं बन पाई, लेकिन उन्होंने बेस्ट ड्रेसर का पुरस्कार अपने नाम कर लिया।70 के दशक में मॉडलिंग करियर शुरू करने वाली पूर्व अस्पताल देखभाल कर्मी चोई को इस महीने की शुरुआत में 31 अन्य प्रतियोगियों के साथ मिस यूनिवर्स कोरिया फाइनलिस्ट घोषित किया गया था। एक साल पहले तक चोई के लिए प्रतियोगिता में भाग लेना असंभव था, क्योंकि मिस यूनिवर्स ने 18 से 28 वर्ष की आयु की महिलाओं तक ही भागीदारी सीमित कर दी थी।
यह वर्ष मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, क्योंकि इस बार सभी आयु वर्ग की महिलाओं के लिए दरवाज़े खोल दिए गए हैं।प्रतियोगिता को आधुनिक बनाने का यह निर्णय पिछले वर्ष गर्भवती, विवाहित और तलाकशुदा प्रतियोगियों पर प्रतिबंध हटाने के बाद लिया गया था, जो समावेशिता के एक नए युग की शुरुआत करने का प्रयास था। 80 वर्षीय मॉडल ने कहा- "जब नियम बदला, तो मैंने सोचा क्यों न इसे आज़माया जाए? चाहे मैं जीतूं या न जीतूं, यह मेरे लिए एक बयान देने का मौका है"।