आज दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International yoga day) मनाया जा रहा है। योग एक ऐसी प्राचीन पद्धति है जो तन-मन को स्वस्थ रखने में मदद करती है, उन्हीं में से एक है कपालभाति। चलिए आज हम आपको कपालभाति योग करने के ऐसे फायदे बताते हैं, जिसे जानने के बाद आप भी इसे अपनी डेली लाइफ का हिस्सा बना लेंगे।
कपालभाति करने का तरीका
कपालभाति एक ऐसी सांस की प्रक्रिया है, जो मस्तिष्क की क्रियाओं को नई जान प्रदान करती है। इसके लिए ध्यान की मुद्रा में बैठकर आंखें बंद करें और शरीर को ढीला छोड़ें। इसके बाद धीरे से सांस अंदर ले और उसके बाद बाहर छोड़ें। शुरुवात इसे 30 बार करें और धीरे धीरे इसे 100-200 तक करें। 5-10 मिनट तक कपालभाति योग को करने से आपकी कई परेशानियां दूर हो जाएगी।
चलिए अब जानते हैं कपालभाति के फायदे...
बेहतर ब्लड सर्कुलेशन
10 से 15 मिनट रोजाना इस योग को करने से आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से होता है। इसके कारण आपकी स्किन ग्लो करने लगती है।
वजन घटाने में मददगार
मोटापा कम करने के लिए लोग न जाने क्या-क्या करते है। रोजाना 30 मिनट तक कपालभाति करने से आपकी शरीर की काफी कैलोरी बर्न होती है और मोटापा कम होता है।
तनाव होता है दूर
इसे करने से आप पूरा दिन फ्रेश तो महसूस करते ही है साथ ही इससे तनाव भी दूर होता है।
बेहतर पाचन क्रिया
कपालभाति से पाचनतंत्र बहुत मजबूत होता है। यह कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी पेट से संबंधित समस्याओं को भी दूर करने में मददगार है।
नाड़ियों के लिए फायदेमंद
रोजाना इस योग को करने से आपकी नाड़ियां स्वस्थ रहती है। इससे आपको किसी प्रकार की कोई समस्यां नहीं होती।
किडनी व लिवर डिटॉक्स
नियमित रूप से यह करने से लिवर और किडनी में मौजूद विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं, जिससे आप कई बीमारियों से बचे रहते हैं। इसके अलावा सांस छोड़ने की प्रक्रिया से फेफड़े अच्छी तरह काम करते हैं।
डायबिटीज पेशंट के लिए फायदेमंद
यह योग करने से पेट की मासपेशियों सक्रिय रहती है जो कि डायबिटीज मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है।
इन बीमारियों में भी फायदेमंद
थॉयराइड, त्वचा संबंधी बीमारी, आंखों की समस्या, दांतों की समस्या, महिलाओं की समस्या, कैंसर, हीमोग्लोबिन का स्तर सामान्य करने जैसे सभी काम सिर्फ एक कपालभाति कर सकता है।
तेज दिमाग
कपालभाति से याददाशत और दिमाग तेज होता है। साथ ही इससे दांतों और बालों से जुड़ी कई बीमारियां ठीक होती है।
डार्क सर्कल्स
अगर आंखों के नीचे डार्क सर्कल कम नहीं हो रहे तो रोजाना यह योग करें। इससे आंखों का तनाव कम होता है और आंखों की मांसपेशियां रेगुलेट होती है, जिससे डार्क सर्कल्स कम होते हैं।
कपालभाति इन लोगों को नहीं चाहिए करना
हर्निया, मिर्गी, स्लिप डिस्क, कमर दर्द, हाइपरटेंशन, पेट की सर्जरी के बाद और स्टेंट के मरीजों कों यह योग नहीं करना चाहिए। इसके अलावा महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान, गर्भावस्था से पहले और बाद में यह योग नहीं करना चाहिए।