शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जिंक आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है। जिंक इम्युनिटी को मजबूत बनाने के साथ ब्लड शुगर को कंट्रोल, दिल, त्वचा और बालों के लिए भी बहुत जरूरी है। जिंग घाव भरने और डीएनए बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमारा शरीर अपने आप जिंक का उत्पादन नहीं करता है लेकिन आप आहार के जरिए जिंक की कमी को काफी हद तक पूरा कर सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं कि शरीर में जिंक की कमी के लक्षण क्या हैं और इसे कैसे पूरा किया जाए।
क्या हम पर्याप्त जिंक ले रहे हैं?
एक्सपर्ट के मुताबिक, एक वयस्क व्यक्ति को दिनभर में 11mg और एक वयस्क महिला को 8mg जिंक चाहिए होता है। गर्भवती हैं या स्तनपान करवाने वाली औरतों को लगभग 12mg की जरूरत होगी। वहीं, बच्चों को उम्र और लिंग के आधार पर 2 से 11mg जिंक लेना चाहिए।
शरीर में जिंक की कमी के कारण
गलत खान-पान के अलावा पेट या आंतों की सर्जरी, शराब-सिगरेट पीना, और पाचन संबंधी बीमारियां जैसे अल्सरेटिव कोलाइटिस या क्रोहन रोग के कापण भी शरीर में जिंक की कमी हो सकती है। इसके अलावा वेजिटेरियन लोगों के शरीर में भी जिंक की कमी अधिक देखने को मिलती हैय़
कोरोना से बचने में जिंक का क्या रोल है?
दरअसल, जिंक इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ बॉडी फंक्शन को बेहतर बनाता है, जिससे वो सही से काम करते हैं। वहीं, अगर शरीर में कोई वायरस चला जाए तो जिंक उससे लड़ता भी है। साथ ही जिंक मेटाबॉलिज्म बूस्ट और प्रोटीन को भी सिंथेसिस करता है।
जिंक की कमी के लक्षण
- आपका वजन घटाना
- स्वाद और गंध की कम समझ
- मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
- अधिक कमजोर महसूस करना
- बालों का झड़ना
- घाव भरने में देरी
- बार-बार दस्त होना
- भूख न लगना
-बार-बार मुंहासे होना
चलिए अब आपको बताते हैं कि जिंक की कमी को पूरा करने के लिए क्या खाएं और क्या नहीं....
अंडे की जर्दी
बहुत से लोग अंडे का पीला भाग नहीं खाते लेकिन जिंक की कमी को पूरा करने के लिए इसे खाना चाहिए। अंडे की जर्दी में जिंक के अलावा कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, विटामिन बी12, थायमिन, विटामिन बी6, फोलेट और पैन्थेनोनिक एसिड भी भरपूर होता है।
मूंगफली
सर्दियों में चाव से खाई जाने वाली मूंगफली जिंक की कमी को पूरा करने के लिए बेस्ट ऑप्शन है। मूंगफली में आयरन, पोटेशियम, फोलिक एसिड, विटामिन ई, मैग्नीशियम और फाइबर भी होते हैं।
तिल
जिंक की कमी को पूरा करने के लिए तिल का प्रयोग करें। तिल में जिंक, प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट और बी कॉम्प्लेक्स जैसे तत्व होते हैं। इसमें फोलिक एसिड भी अच्छी मात्रा में होता है, जो प्रेग्नेंट वुमन्स के लिए बहुत जरूरी है।
लहसुन
जिंक की कमी हो तो रोज लहसुन की एक कली खाएं। इससे जिंक के अलावा विटामिन ए, बी और सी, आयोडीन, आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक भी मिलेंगे।
मशरूम
मशरूम में सिर्फ जिंक ही नहीं बल्कि कैल्शियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस और कई जरूरी प्रोटीन पाए जाते हैं। ऐसे में जिंक की कमी होने पर मशरूम को डाइट में जरूर शामिल करें।
तरबूज के बीज
इनमें जिंक, पोटैशियम और कॉपर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जिससे ना सिर्फ इम्युनिटी मजबूत होती है बल्कि ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है।
काजू
काजू जिंक के साथ मोनो और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड का भी एक बड़ा स्रोत हैं। इसमें गुड फैट होता है जो दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है। साथ ही इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल भी कंट्रोल होता है।
दही
दही पेट के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। इसमें अच्छे बैक्टीरिया भी होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और पाचन क्रिया को मजबूत करते हैं। साथ ही इसमें जिंक भी अच्छी मात्रा होती है।
फलियां
फलियां में जिंक पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। भोजन में बीन्स, बीन्स या अन्य फलियां शामिल की जा सकती हैं। फलियां जिंक का अच्छा स्रोत हैं। वे वसा और कैलोरी में कम होते हैं जबकि प्रोटीन और फाइबर में उच्च होते हैं।
सफेद चने
छोले जिंक के साथ फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। आप छोले को उबालकर या सब्जी बनाकर खा सकते हैं। इसके अलावा काले चना और चने की दाल भी जिंक के अच्छे स्रोत हैं।