04 NOVMONDAY2024 11:52:07 PM
Nari

सफलता की ओर बेटियां! देश की सबसे युवा पंचायत अध्यक्ष बनीं रेशमा, महज 21 साल की उम्र में रचा इतिहास

  • Edited By Janvi Bithal,
  • Updated: 03 Jan, 2021 02:24 PM
सफलता की ओर बेटियां! देश की सबसे युवा पंचायत अध्यक्ष बनीं रेशमा, महज 21 साल की उम्र में रचा इतिहास

जिंदगी में सफलता कभी भी आपकी उम्र को देखर कर नहीं मिलती। अगर आप के अंदर कुछ बनने का जज्बा है और आप मेहनत करते हैं तो आपको सफलता की ओर बढ़ने के लिए  कोई नहीं रोक सकता है। ऐसी ही मिसाल पेश कर दी है केरल की रेश्मा ने जो देश की सबसे युवा पंचायत अध्यक्ष बन गई हैं।

देश की सबसे युवा पंचायत अध्यक्ष बनीं रेशमा

केरल की रेशमा मरियम रॉय आज देश की उन महिलाओं और लड़कियों के लिए मिसाल बन गई है जो अपने सपने यह कहकर रोक देती हैं कि वह अभी छोटी हैं। रेश्मा ने अपनी मेहनत और काम के आगे कभी कम उम्र को अपनी कमजोरी नहीं बनाया और यही कारण है कि आज वह देश की सबसे युवा पंचायत अध्यक्ष बन गई हैं। 

PunjabKesari

पर्चा भरने से दो दिन पहले 21 साल की हुईं 

आपको बता दें कि रेश्मा अरुवाप्पुलम ग्राम पंचायत से चुनी गईं हैं। इतना ही नहीं पर्चा भरने की आखिरी तारीख तक भी रेश्मा को इंतजार करना पड़ा क्योंकि पर्चा भरने से दो दिन पहले वे 21 साल की हुई थीं।

70 वोटों से हराकर जीत की हासिल 

रेश्मा ने सीपीएम पार्टी की उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की। रेश्मा ने कांग्रेस उम्मीदवार को 70 वोटों से हराकर जीत हासिल की। रेश्मा के लिए यह जीत इसलिए भी खास है क्योंकि पिछले 20 सालों से इस वार्ड और पंचायत पर कांग्रेस राज कर रही थी और अब रेश्मा ने 20 साल से इस वार्ड पर राज कर रही कांग्रेस को भी हिला दिया। 

PunjabKesari

क्षेत्र में करना चाहती हैं पुल का निर्माण 

वहीं रेश्मा का अब एक ही सपना है कि वह विधायक की मदद से इस क्षेत्र में जल्द ही पुल का निमार्ण करेंगी। रेश्मा की मानें तो उनके पास निमार्ण कार्य को लेकर काफी योजनाएं हैं और वह आयुर्वेद अस्पताल के निर्माण को लेकर भी सोच रही हैं। इतना ही नहीं रेश्मा जंगली जानवरों से परेशान किसानों की समस्याएं को भी सुलझाने का लगातार प्रयास कर रही हैं। 

जीत के बाद जिम्मेदारी बड़ी 

PunjabKesari

रेशमा ने इस सफलता को पाने के बाद कहा कि जीत के बाद अब उन पर जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। कम उम्र में इस सफलता को पाने के बाद रेश्मा कहती हैं  कि उम्र नहीं बल्कि हमारा काम और चरित्र परिपक्वता का मानक होता है। अन्य वार्ड मेंबर मुझसे उम्र में बड़े हैं और वह मुझसे काफी अनुभवी भी हैं। मैं उनसे हर पल सलाह-मशविरा लेकर ही काम करूंगी।'

Related News