जहां प्यार होता है तकरार भी वहीं होती है लेकिन एक समझदार जीवनसाथी वही होता है जो एक-दूसरे की फीलिंग्स की कदर करता है। रिश्तों में अगर कभी मनमुटाव हो जाए तो अपने पार्टनर की गलती को माफ कर दें या खुद सॉरी कहना सीखें। सॉरी बेशक बहुत छोटा शब्द है लेकिन अपनी गलती मान कर माफी मांगना बहुत बड़ी हिम्मत की बात होती है। लेकिन अक्सर देखा जाता है कि पुरुष अपने पार्टनर से माफी मांगने को अपनी बेइज्जती समझते हैं। तो चलिए जानते हैं आखिर इसके पीछे की वजह क्या है...
पुरुषों की मेल ईगो होती है हर्ट
पुरुषों के अपने पार्टनर से माफी नहीं मांगने के पीछे की एक वजह है उनका मेल ईगो। ये जानते हुए भी कि उनकी गलती है फिर भी वह अपने साथी से माफी मांगने से कतराते हैं। ऐसे लोग माफी ना मांगकर अपने पार्टनर का दिल दुखा सकते हैं लेकिन अपनी मेल ईगो को ठेस नहीं पहुंचा सकते। वहीं दूसरी तरफ पुरुष माफी मांगने को कमज़ोरी की निशानी भी समझते हैं। उन्हें लगता है कि अगर वह माफी मांगेंगे तो उनका पार्टनर उन्हें कमजोर समझेगा।
पार्टनर के अस्वीकार करने का लगता है डर
कुछ पुरुष माफी मांगने को लेकर असमंजस में रहते हैं। उन्हें इस बात का डर लगा रहता है कि कहीं उनके माफी मांगने पर उनका पार्टनर उसे अस्वीकार ना कर दे। उन्हें लगता है कि उनके माफी मांगने से कहीं चीजें और ना उलझ जाएं।
पार्टनर से कैसे करें सामना
कई बार पुरुषों के माफी नहीं मांगने के पीछे का कारण उनका पार्टनर भी होता है। दरअसल, कई बार महिलाएं अपने पार्टनर को सबक सिखाने के लिए लड़ाई-झगड़े को बढ़ा देती हैं या फिर उनसे बहस करने लगती हैं। ऐसे में पुरुष माफी मांगने लगे सोचता है कि कही फिर से कोई लड़ाई या बहस शुरू ना हो जाए।
समाज की रूढ़ीवादी विचारधारा
पार्टनर के माफी मांगने के पीछे एक वजह पुरुष प्रधान समाज वाली विधारधारा भी हो सकती है। जिसकी वजह से उन्हें ऐसा लगता है कि अगर वह माफी मांगेेंगे तो वो उनकी मर्यादा के खिलाफ होगा।
समय के साथ बदली मानसिकता
हालांकि जैसे-जैसे समय बदल रहा है समाज और पुरुषों की मानसिकता में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। आजकल के युवा अपने पार्टनर से माफी मांगने में किसी तरह की कोई शर्म महसूस नहीं करते हैं।