आपने बॉलीवुड फिल्मों में अक्सर देखा कि किसी भी रिश्ते की शुरुआत दोस्ती से होती है । भरोसा, अपनापन के साथ ये दोस्ती प्यार में बदल जाती है और बात शादी तक पहुंच जाती है। ये सुनने में तो अच्छा लगता है पर आजकल कपल्स कमिटमेंट संबंधी परेशानियों से जुझ रहे हैं। कई ऐसे लोग है जो पार्टनर से प्यार तो करते हैं पर कमिटमेंट के लिए तैयार नहीं , इसके चलते अकसर उनके पार्टनर के मन में नेगेटिव इमेज बन जाती है और रिश्ता आखिर टूट जाता है। आइए जानने की कोशिश करते हैं कि लोग आखिर क्यों डरते हैं कमिटमेंट से..
कंफ्यूजन होना
जब आप किसी काम को करने के लिए खुद को शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह से तैयार होते हैं तो ऐसे कामों को पूरा करने में आपको कोई परेशानी नहीं होती है, लेकिन अगर आप अपने रिश्ते को लेकर पूरी तरह से तैयार नहीं है तो फिर किसी तरह के कंफ्यूजन में है तो आप रिश्ते को आगे नहीं बढ़ा पाएंगे, जिस वजह से ज्यादातर लोग रिश्ते में आगे बढ़ने से डरते हैं।
कोई फ्यूचर प्लानिंग नहीं होना
कई ऐसे लोग होता हैं जो फ्यूचर प्लानिंग ना होने के कारण रिश्ते में आगे बढ़ने से डरते हैं क्योंकि कमिटमेंट करने के बाद वो कुछ जिम्मेदारियों में बंध जाएंगे, जिसकी वजह से अपनी लाइफ और सपनों को पूरी तरह से एक्स्प्लोर नहीं कर पाएंगे। वहीं कमिटमेंट नहीं करने पर वो किसी भी तरह की जवाबदेही से बच पाएंगे।
परिवार वालों से तालमेल की कमी
कई लोग रिश्ते के बाद शादी के लिए कमिटमेंट करने से इसलिए भी बचते हैं क्योंकि उन्हें परिवार और फैमिली मेंबर्स के रिएक्शन का कोई आईडिया नहीं होता है। उन्हें लगता है कि शायद उनके पेरेंट्स उनके रिश्ते को अपनाएंगे नहीं और उन्हें परिवार की मर्जी से शादी करनी होगी। इस तनाव से बचने के लिए कुछ लोग कमिटमेंट करने से बचते हैं।
आजादी छीनने का डर
कुछ लोग कमिटमेंट फोबिक इसलिए भी होते हैं क्योंकि उनको लगता है कि आजादी , दोस्ती सब कुछ प्यार के नाम पर पीछे छूट जाता है। ऐसे लोगों को अपनी पर्सनल स्पेस में किसी की दखलअंदाजी बर्दाशत नहीं होती है।
पास्ट का असफल रिश्ता
कुछ लोग अपने आसपास रिश्तों को प्यार, विश्वास और अपनेपन की कमी से बिखरते हुए देख चुके होते है, जिसका गहरा असर उनके दिमाग पर पड़ता है । पास्ट के खराब अनुभव उन्हें कमिटमेंट करने से रोकते हैं।