नारी डेस्क: हमारे शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए विटामिन्स की जरूरत होती है, और विटामिन-B12 उनमें से एक अहम तत्व है। यह खासतौर से नसों, दिमाग और खून की कोशिकाओं के विकास और रखरखाव के लिए जरूरी है। विटामिन-B12 की कमी से शरीर में कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है, जो शरीर को बुरी तरह प्रभावित कर सकती हैं। आइए जानते हैं कि किन बीमारियों का खतरा ज्यादा है और इसके क्या-क्या लक्षण हो सकते हैं।
विटामिन-B12 की कमी से होने वाली 3 प्रमुख बीमारियां
एनीमिया
विटामिन-B12 शरीर में रेड ब्लड सेल्स (लाल रक्त कोशिकाओं) के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है। इसकी कमी होने पर शरीर में रेड ब्लड सेल्स की संख्या घट सकती है, जिससे एनीमिया की समस्या हो सकती है। एनीमिया एक गंभीर स्थिति है जिसमें थकान, कमजोरी और सांस फूलने जैसी दिक्कतें होती हैं। अगर इसे समय पर पहचाना और ठीक नहीं किया गया, तो शरीर में खून की कमी के कारण गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
न्यूरोलॉजिकल समस्याएं
विटामिन-B12 का हमारे तंत्रिका तंत्र के कामकाज में अहम योगदान होता है। इसकी कमी होने पर नसों में सूजन, झनझनाहट, हाथ-पैरों में सुन्नता, याददाश्त की कमजोरी और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर इस कमी का उपचार समय पर नहीं हुआ, तो स्थिति और बिगड़ सकती है, जिससे तंत्रिका तंत्र को स्थायी रूप से नुकसान हो सकता है।
डिमेंशिया
विटामिन-B12 की कमी से डिमेंशिया जैसी मानसिक बीमारी का खतरा भी बढ़ सकता है। डिमेंशिया में इंसान को भूलने की समस्या होती है, जिसमें व्यक्ति रोजमर्रा की चीजों को भी भूलने लगता है। यह समस्या उम्रदराज लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है, लेकिन आजकल किसी भी उम्र के लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं। समय पर उपचार न मिलने पर यह जीवन के लिए जोखिम बन सकता है।
विटामिन-B12 की कमी के लक्षण
शरीर में विटामिन-B12 की कमी कई तरह के संकेतों से पहचान में आ सकती है। सबसे सामान्य लक्षण खून की कमी है, जिसे अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है। शरीर में ब्लड सेल्स की कमी से ऑक्सीजन की आपूर्ति में दिक्कत होती है, जिससे शरीर में कमजोरी और थकावट महसूस होती है। कई बार लोग अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस करते हैं। विटामिन-B12 की कमी होने पर हल्के कामों के बाद भी थकान हो जाती है और शरीर कमजोर महसूस करता है। इसके साथ ही, चलने में परेशानी और हल्की दूरी पर चलते ही सांस फूलने जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं।
शरीर में विटामिन-B12 की कमी होने से मेहनत करने की क्षमता में भी गिरावट आती है। लोगों को सामान्य कामकाज में भी कठिनाई महसूस होती है। इसके अलावा, भूख में कमी एक और सामान्य लक्षण है, जिससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है।जोड़ों और हड्डियों में दर्द भी विटामिन-B12 की कमी का एक संकेत हो सकता है। इससे शरीर में खिंचाव और दर्द बढ़ जाता है, जिससे चोट जल्दी ठीक नहीं होती है। हड्डियों की मजबूती बनाए रखने के लिए विटामिन-B12 महत्वपूर्ण होता है, और इसकी कमी के कारण चोट के ठीक होने में समय लगता है।
विटामिन-B12 के अच्छे स्रोत
विटामिन-B12 की कमी से बचने के लिए अपने आहार में कुछ खास चीजों को शामिल करना चाहिए। दूध, दही, और पनीर जैसे डेयरी उत्पाद विटामिन-B12 के अच्छे स्रोत हैं और इन्हें रोजाना आहार में शामिल करना फायदेमंद होता है। हरी सब्जियां, जैसे पालक और ब्रोकोली, विटामिन-B12 की कमी को पूरा करने में सहायक होती हैं। इसके साथ ही अंजीर और मुनक्का जैसे सूखे मेवे भी विटामिन-B12 के अच्छे विकल्प हैं, जिन्हें खाने से स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।
दालें भी विटामिन-B12 का एक अच्छा स्रोत हैं, जो शरीर को आवश्यक पोषक तत्व देती हैं। अंडा, मछली, और चिकन खासतौर से नॉनवेज खाने वालों के लिए विटामिन-B12 के भरपूर स्रोत माने जाते हैं, जो इस विटामिन की कमी को आसानी से पूरा कर सकते हैं।
इस महत्वपूर्ण विटामिन की कमी को पूरा करने के लिए अपने आहार में निम्नलिखित चीजों को शामिल करें
डेयरी प्रोडक्ट्स
दूध, दही और पनीर विटामिन-B12 के अच्छे स्रोत हैं। ये हमारे शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करते हैं और विटामिन की कमी को पूरा करने में मददगार होते हैं। इनका नियमित सेवन शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है और हड्डियों को मजबूत रखता है।
हरी सब्जियां
पालक, ब्रोकोली और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां विटामिन-B12 की पूर्ति में सहायक होती हैं। इन सब्जियों को रोजाना आहार में शामिल करने से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं। इसके अलावा, ये सब्जियां खून की कमी को दूर करने और पाचन तंत्र को दुरुस्त करने में भी मददगार होती हैं।
सूखे मेवे
अंजीर और मुनक्का जैसे सूखे मेवे विटामिन-B12 के अच्छे स्रोत हैं। ये ऊर्जा बढ़ाने के साथ-साथ शरीर में पोषण की कमी को भी पूरा करते हैं। साथ ही, ये हड्डियों और मांसपेशियों की ताकत बढ़ाते हैं और शरीर को लंबे समय तक सक्रिय बनाए रखते हैं।
दालें
हर तरह की दालें विटामिन-B12 का एक अच्छा स्रोत होती हैं। इन्हें नियमित रूप से खाने से स्वास्थ्य में सुधार होता है और शरीर को जरूरी पोषण मिलता है। दालें प्रोटीन का भी अच्छा स्रोत होती हैं, जो शरीर के विकास और मरम्मत के लिए जरूरी हैं।
अंडा, मछली और चिकन
खासतौर से नॉनवेज खाने वालों के लिए अंडा, मछली और चिकन विटामिन-B12 के समृद्ध स्रोत हैं। ये सभी पोषक तत्व प्रदान करते हैं, जो शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होते हैं। इनमें मौजूद प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी मांसपेशियों और दिल को स्वस्थ रखने में लाभकारी होते हैं।
विटामिन-B12 की कमी को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। इसलिए इसके संकेतों पर ध्यान दें और कमी होने पर डॉक्टर से परामर्श लें ताकि गंभीर बीमारियों से बचा जा सके।