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विटामिन D की कमी देती हैं डिप्रैशन, जानिए आपको कब इसकी जरूरत और नैचुरल तरीके से पूरी करें कमी

  • Edited By Vandana,
  • Updated: 10 Aug, 2024 02:42 PM
विटामिन D की कमी देती हैं डिप्रैशन, जानिए आपको कब इसकी जरूरत और नैचुरल तरीके से पूरी करें कमी

नारी डेस्कः बाकी तत्वों की तरह हमारे शरीर के लिए विटामिन्स भी बहुत जरूरी हैं और उनमें से विटामिन डी भी एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जो शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करता है। इसका मुख्य कार्य हड्डियों और दांतों को स्वस्थ बनाए रखना और कैल्शियम और फॉस्फेट को अवशोषित करने में मदद करना है। इसके अलावा, विटामिन D हमारी इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में भी मदद करता है। इस विटामिन की मदद से हम कई तरह के इंफेक्शंस और बीमारियों से बचे रहते हैं। शरीर में विटामिन डी की कमी होगी तो कई तरह की समस्याएं शुरू हो जाएगी, जिसमें डिप्रैशन भी शामिल हैं। 

विटामिन D परीक्षण कब करवाना चाहिए?

हड्डियों में दर्द या कमजोरी महसूस होने पर।
अगर आपको थकान, अवसाद या कमजोरी जैसी समस्याएं हो रही हों।
अगर आप सूर्य की रोशनी में कम समय बिताते हैं।
कैल्शियम का स्तर कम हो।
अगर आपके डॉक्टर को आपकी बोन डेंसिटी कम होने की आशंका हो।
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विटामिन D से मिलने वाले लाभ

हड्डियों और दांतों का स्वास्थ्य: विटामिन D कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है, जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाए रखता है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस और रिकेट्स जैसी बीमारियां हो सकती हैं।

इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना: विटामिन D हमारी इम्यून सिस्टम को एक्टिव करता है, जिससे शरीर संक्रमणों से लड़ने के लिए तैयार रहता है।

मानसिक स्वास्थ्य: कुछ शोधों के अनुसार, विटामिन D का मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और इसकी कमी से अवसाद और चिंता जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

मांसपेशियों की ताकत : विटामिन D मांसपेशियों की ताकत को बनाए रखने में मदद करता है और मांसपेशियों की कमजोरी को रोकने में सहायक होता है।

स्वस्थ गर्भावस्था: गर्भवती महिलाओं के लिए विटामिन D अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह गर्भावस्था के दौरान शिशु के विकास में मदद करता है और गर्भधारण संबंधी जटिलताओं को रोकता है।

नैचुरली विटामिन D कैसे बढ़ाएं?

1. सूर्य की रोशनी

विटामिन D प्राप्त करने का सबसे प्राकृतिक और आसान तरीका सूर्य की रोशनी में समय बिताना है। सुबह की ताजी धूप लें। बता दें कि सुबह के समय (सुबह 10 बजे से पहले) और शाम के समय (शाम 4 बजे के बाद) सूर्य की किरणें सबसे अधिक लाभदायक होती हैं। दिन में 15-30 मिनट धूप ले। 

2. विटामिन D युक्त आहार खाएं

मछली:  सैल्मन, टूना, और सार्डिन मछली, विटामिन D के अच्छे स्रोत हैं।

अंडे की जर्दी: अंडे की जर्दी भी विटामिन D का एक अच्छा स्रोत है।

दूध और डेयरी उत्पाद: कुछ दूध और डेयरी उत्पाद विटामिन D से समृद्ध होते हैं।

मशरूम: कुछ प्रकार के मशरूम, जैसे कि शिटाके और मैटेक मशरूम, भी विटामिन D का अच्छा स्रोत हो सकते हैं।
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3. विटामिन D सप्लिमेंट्स

अगर आप शाकाहारी हैं या आपको पर्याप्त धूप नहीं मिलती है, तो डॉक्टर की सलाह पर विटामिन D सप्लीमेंट्स ले सकते हैं।

विटामिन D से जुड़ा ब्लड टेस्ट

विटामिन D ब्लड टेस्ट, जिसे 25-हाइड्रॉक्सी विटामिन D टेस्ट भी कहा जाता है, यह आपके शरीर में विटामिन D के स्तर की जांच के लिए किया जाता है। विटामिन D हमारे शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है और हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है। यह आपके मसल्स, नर्वस सिस्टम और इम्यून सिस्टम को नॉर्मल रखने में मदद करता है।

नोटः विटामिन D की पर्याप्त मात्रा बनाए रखना हमारी सेहत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्राकृतिक तरीकों से इसे बढ़ाने के लिए सूर्य की रोशनी का फायदा उठाएं और अपने आहार में विटामिन D युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें।

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