टोक्यो ओलंपिक का 14वां दिन है जहां भारत की पुरुष हॉकी टीम ने कांस्य पदक के मैच में जर्मनी को 5-4 से हरा इतिहास रच दिया वहीं आज कुश्ती में भारत के हाथ निराशा लगी।दरअसल, कुश्ती में बड़ा उलटफेर हुआ है,
वर्ल्ड नंबर 1 विनेश फोगाट क्वार्टर फाइनल मुकाबला हार गई हैं, उन्हें बेलारुस की Vanes kaladzinskyaya के हाथों 3-9 से शिकस्त मिली है, अगर विनेश यह मुकाबल जीत जाती तो आज उनका एक मेडल पक्का हो जाता लेकिन ऐसी नहीं हो पाया, लेकिन अभी भी विनेश रेपचेज राउंड के तहत कांस्य पदक जीत सकती हैं।
हार के बाद भी अब भी विनेश के पास है मेडल जीतने का मौका
बता दें कि इससे पहले भारत की पदक की प्रबल दावेदार विनेश फोगाट महिला 53 किग्रा वर्ग के पहले दौर में रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता स्वीडन की सोफिया मैटसन को हराकर अंतिम आठ में पहुंची थी। हालांकि विनेश के पास अब भी मेडल जीतने का मौका है, अगर बेलारूस की पहलवान वानेसा फाइनल में पहुंचती हैं तो विनेश को रेपेचेज में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा।
जानिए क्या होता है रेपचेज?
रेपचेज फ्रांसीसी शब्द है इसका मतलब बचाव करना होता है, इंटरनेशनल रेसलिंग यानि कुश्ती में रेपचेज राउंड किसी भी खिलाड़ी के लिए हार को भुलाकर वापसी करने का मौका होता है, जो भी पहलवान अपने शुरुआती मुकाबले में हारकर बाहर हो जाते हैं उनके पास मेडल जीतने के लिए एक और मौका दिया जाता है. अगर उनको हराने वाला पहलवान फाइनल में पहुंच जाए तो फिर कांस्य पदक जीतने के लिए शुरुआती राउंड में हारे खिलाड़ियों को मौका मिलता है, यही मौका अब भारत की पहलवान विनेश फोगाट के पास है।