आज विक्की कौशल बॉलीवुड का एक चमकता सितारा है लाखों लड़कियां विक्की के लुक्स की दिवानी है और वहीं आज यानि 16 मई को विक्की का बर्थडे है। बात अगर उनकी फिल्मी सफर की करें तो उनके लिए हिंदी सिनेमा में फेमस होना आसान नही था बल्कि बहुत ही मुश्किलों भरा था उनका ये पूरा सफर।
8 साल पहले बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर अपने करियर शुरूआत करने वाले विक्की को देख कोई अंदाजा नही लगा सकता था कि ये लड़का हिंदी सिनेमा में आकर लाखों को अपना दिवाना बनाएगा। बेशक फिल्म इंडस्ट्री से उनका नाता पुराना है क्योकि उनके पिता श्याम कौशल बॉलीवुड में मशहूर स्टंट मैन है। देखा जाए तो विक्की ने घर पर सिनेमाजगत का माहौल बचपन से ही था।
विक्की ने बड़े होकर टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनयियर का कोर्स किया और उसके बाद नौकरी की लेकिन नौकरी रास न आने की वजह से विक्की ने नौकरी छोड़ दी। इसके बाद विक्की ने किशोर नमित कपूर के एक्टिंग स्कूल में दाखिला लिया आपको बता दें कि विक्की ने सिनेमाजगत में कदम बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर अनुराग कश्यप की फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' से रखा था। विक्की ने अनुराग को इस फिल्म के दोनों ही पार्ट में असिस्ट किया था।
इस फिल्म के बाद से ही विक्की का सिक्का चलने लगा। 'मसान' फिल्म तो विक्की के लिए मानो इतनी लक्की साबित हुई कि उनको पहचान मिलने लगी। हालाकि अपने शुरूआती दौर में विक्की कई बार टूटे कई बार थके लेकिन रूके नही.. विक्की ने खुद अपने इंटरव्यू में बताया कि कहा मुझे महसूस हुआ कि अभी मंजिल बहुत दूर है। मुझे याद है कि एक दिन मैं लंच कर रहा था। मेरी मां मेरे साथ बैठी हुई थी। उस दिन मैं निराश था। मैंने मां से कहा कि मुझे नहीं समझ आ रहा है कि ये सब किस तरह होगा।
विक्की ने बताया, 'तब मेरी मां ने कहा कि ये होगा या नहीं होगा ये तुम्हारी जिम्मेदारी नहीं है। मां की इस सीख ने विक्की की जिंदगी बदल गई और उन्होंने हर दिन हर नई चीज पर काम करने का मन बना लिया।
विक्की ने बताया- इस सफर में मैं हर रोज दिग्गज शख्सियत से मिलता था और ये सफर मेरे लिए खूबसूरत होता चला गया। ईश्वर मुझ पर मेहरबान रहा है। विक्की ने फिल्म इंडस्ट्री को 'मसान' के अलावा 'रमन राघव 2.0', 'राजी', 'संजू', 'मनमर्जियां' और 'उरी द: सर्जिकल स्ट्राइक' विक्की की बेहतरीन फिल्में हैं।