मेहमान भगवान का रूप होते हैं। हर घर में मेहमानों के ठहरने के लिए एक अलग कमरा जरूर बनवाया जाता है। वास्तु के हिसाब से घर के अन्य कमरों के साथ-साथ मेहमानों वाले कमरे का वास्तु भी ठीक होना चाहिए। खासतौर पर उनकी सुख-सुविधा से जुड़ी हर चीज वास्तु दिशा-निर्देश के अनुसार ही पड़ी होनी चाहिए। तो चलिए गेस्ट रूम को लेकर क्या कहता है वास्तु?
गेस्ट रूम के लिए उत्तम दिशा
मेहमानों के लिए घर की उत्तर-पश्चिम दिशा सबसे उतत्म मानी जाती है। इस दिशा में ठहरने वाले मेहमान और आपके बीच अच्छे संबंध बनते हैं, आपके अच्छे-बुरे वक्त में उन अतिथियों का सहयोग सदैव आपके साथ बना रहता है।
गलत दिशा
घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में कभी भी गेस्ट रूम नहीं होना चाहिए। घर की यह दिशा वास्तु के अनुसार धन आगमन की दिशा मानी जाती है। वास्तु के मुताबिक यश और प्रसिद्धि लाने वाली दिशा में केवल घर के मुखिया का ही कमरा होना चाहिए। इस दिशा में गेस्ट रूम होने से परिवार की आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ता है।
कमरे में पेंटिंग्स
मेहमानों के कमरे में फूलों वाली पेंटिंग्स लगाना शुभ माना जाता है। तस्वीरों के साथ-साथ आप उस कमरे में असली फूल भी रख सकते हैं। भगवान समान मेहमानों का स्वागत फूलों के साथ करने से आपके रिश्तों में प्रेम और स्नेह को बढ़ावा मिलता है। सफेद, हल्का गुलाबी, पिस्ता ग्रीन या हल्का पीला रंग के फूल शुभ माने जाते हैं।
बेड की शेप
गेस्ट रूम का बेड गोल या चौरस ही होना चाहिए। इन दो आकारों के अलावा अन्य किसी भी आकार में बना बेड मेहमानों के लिए अशुभ माना जाता है। गलत आकार वाले बेड पर सोने से मेहमानों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
पानी की व्यवस्था
बात चाहे पीने वाले जल की करें या फिर कमरे में मौजूद बाथरूम में आने वाली पानी की, मेहमानों के कमरे में पानी से जुड़ी कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।बाथरूम में टपकता पानी घर में वास्तु दोष की वजह बनता है।
उदास पेंटिंग्स
मेहमानों के कमरे में निराशाजनक या फिर जानवरों की तस्वीरें नहीं लगानी चाहिए। इसकी बजाय शांत, हंसते और मुस्कुराते हुए चित्रों वाली तस्वीर उनके कमरे में लगानी चाहिए।