आंवला नवमी पर्व कार्तिक महीने के शुक्लपक्ष की नौवीं तिथि को मनाया जाता है, जो हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है और उसी के नीचे भोजन करने की भी परंपरा है। वहीं, वास्तु की मानें तो इस दिन घर के आंगन में आंवला का पेड़ लगाना भी बहुत शुभ होता है। चलिए आज हम आपको बताते हैं आंवले पेड़ से जुड़ी कुछ जरूरी बातें...
आंवला पेड़ लगाने की सही दिशा
वास्तु अनुसार, इस पेड़ को घर में उत्तर-दिशा और पूर्व दिशा में लगाना अच्छा माना जाता है। इससे परिवार व जीवन में आने वाली परेशानियां कम होती हैं।
पेड़ के नीचे भोजन करना शुभ
पुराणों के मुताबिक, इस दिन आंवले के पेड़ के नीचे बैठने और भोजन करने से बीमारियां दूर रहती है। साथ ही इस दिन महिलाएं संतान प्राप्ति के लिए आंवला पेड़ की पूजा करती हैं।
इस दिन जरूर लगाएं आंवला का पेड़
आंवला ना सिर्फ पर्यावरण को शुद्ध रखते हैं बल्कि सकारात्मक प्रभाव भी डालते हैं। ऐसे में इस शुभ दिन पर घर के आंगन, बगीचे, बालकनी या घर के बाहर आंवला पौधा जरूर लगाएं। साथ ही रोज इसकी पूजा करें और दीप भी जलाएं।
आंवले से प्रसन्न होते हैं भगवान विष्णु
ऐसा माना जाता है आंवले के पौधे की जड़ में भगवान विष्णु का वास होता है। पद्म पुराण में कहा गया है कि आंवला की पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। वहीं एकादशी पर आंवले की पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं।
आंवला जल से करें स्नान
वहीं, इसके खाने से आयु बढ़ती है और इसका रस पीने से धर्म संचय होता है। वहीं, आंवला के जल से स्नान करने पर दरिद्रता और बीमारियां दूर होती हैं।
आंवले का औषधीय महत्व
आयुर्वेद में सदियों से आंवला को औषधी की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी पत्तियों से लेकर अर्क तकर, सेहत के लिए सबकुछ फायदेमंद है। वहीं, आंवला आयरन और विटामिन-सी भरपूर होता है, जो त्वचा में चमक लाने के साथ बालों को भी मजबूत बनाता है।