वास्तु शास्त्र में घर की दिशाओं का बहुत ही खास महत्व बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि यदि वास्तु के चीजें सही दिशा में हो तो किसी भी कार्य में बाधा नहीं आती, वहीं इसके विपरीत यदि घर में चीजें गलत दिशा में रखी हों तो व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। दिशाओं की बात करें तो घर में ईशान कोण बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दिशा व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक स्थिति को प्रभावित करती है। परंतु इस दिशा के वास्तु शास्त्र में कुछ नियम बताए गए हैं। तो चलिए जानते है इनके बारे में....
ईशान कोण होता है महत्वपूर्ण
वास्तु शास्त्र के अनुसार, मानसिक स्पष्टता, निर्णय लेने की क्षमता और पूजा स्थान के लिए ईशान कोणे को बहुत ही शुभ माना जाता है। माना जाता है कि इस स्थान को हमेशा साफ रखना चाहिए, इस दिशा में लिविंग रुम या पूजा रुम होना शुभ माना जाता है।
जल स्त्रोत होना शुभ
ईशान कोण में जल स्त्रोत होना बहुत ही शुभ माना जाता है। यदि आप घर में जल स्त्रोत बनवाना चाहते हैं तो इस दिशा में बनवाना शुभ माना जाता है। कुआं, हैंडपंप, सैप्टिक टंकी आप इस दिशा में बनवा सकते हैं। इसके अलावा मटका या पानी से भरा घड़ा भी आप इस दिशा में रख सकते हैं।
बच्चों का कमरा
ईशान कोण में बच्चों का कमरा होने के कारण बच्चों का मन पढ़ाई में लगता है। इसलिए इस दिशा में कमरा होना शुभ माना जाता है।
तुलसी या केले का पौधा
ईशान कोण में तुलसी या केले का पौधा लगाना भी शुभ माना जाता है। इसके अलावा आप रोज इन पौधों की पूजा जरुर करें।
न करें इस रंग का प्रयोग
वास्तु शास्त्र के अनुसार, ईशान कोण घर की महिलाओं के लिए बहुत ही कष्टदायक होता है। इसलिए यहां पर दीवारों में लाल, गुलाबी, बैंगनी रंग का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
नहीं होनी चाहिए ये चीजें
वास्तु शास्त्र के अनुसार, ईशान कोण में टॉयलेट, सेप्टिक टैंक्स, पानी की टंकी, सीढ़ियां, स्टोर, रसोई नहीं बनवाने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इन चीजों का ईशान कोण में होने से परिवार के सदस्यों की मानसिक परेशानियां बढ़ सकती हैं।