नए शादी-शुदा जीवन की शुरुआत हर कोई खुशियों से करना चाहता है। अक्सर देखा जाता है कि शादी के शुरूआती 4-5 महीने या फिर 1 साल तो खुशियों भरा बीत जाता है, मगर कई बार समय के साथ-साथ हालात और रिश्ते भी बदलते जाते हैं। वही पति-पत्नि जो एक दूसरे के बिना एक पल नहीं रहते थे, वो अक्सर छोटी-छोटी बात पर झगड़ा करने लगते हैं। वास्तु की मानें तो इस समस्या के पीछे घर के वास्तु दोष हो सकते हैं। जैसे कि...
शादी की तस्वीर
शादीशुदा जोड़े को अपनी शादी वाली खास फोटे कमरे में लगाने का शौंक होता है। ताकि वह यादगार पल हमेशा उनकी आंखों के समक्ष रहें। यदि आपकी भी नई-नई शादी हुई है और आप नहीं चाहते कि आपके जीवन में कोई वास्तु दोष उत्पन्न हो तो अपनी शादी वाले दिन की तस्वीर को कमरे की पूर्व दिशा वाली दिवार पर ही लगाएं। गलती से भी दक्षिण दिशा में स्थित दिवार पर यह तस्वीर न लगाएं। यह दिशा स्वर्ग सिधार चुके बुजुर्गों की तस्वीर लगाने हेतु शुभ मानी जाती है।
उपकरण रखें दूर
कोशिश करें बेडरूम में ऑफिस वर्क से जुड़ी चीजें, मोबाइल और अन्य कोई भी ऐसी वस्तु अपने पास न रखें जिससे आपका ध्यान उन्हीं में लगा रहे। अपने जीवनसाथी के साथ दिन भर की बातें करें, एक दूसरे की समस्याएं सुलझाएं ताकि आपका रिश्ते कमजोर होने की बजाय और भी मजबूत बनें।
शीशा
वास्तु के अऩुसार बेडरूम में शीशा नहीं होना चाहिए। अगर हो भी तो ऐसी दिशा में कि सुबह उठते ही आप खुद को शीशे में न देख पाएं। ऐसा होने से पति-पत्नि के रिश्ते में मन-मुटाव की स्थिति पैदा होती है। साथ ही संतान सुख में भी देरी का सामना करना पड़ता है।
बेड की शेप
आप जिस बेट पर सोते हैं, उसका आकार अगर गोल हो तो यह बहुत शुभ माना जाता है। तिकोण आकार का बेड रिश्तों में खट्टास लाता है। तिकोण बेड पर सोने से अक्सर पति पत्नि में झगड़े उत्पन्न होते रहते हैं।
लैंप
वास्तु की दृष्टि से पति-पत्नि के बेडरुम में एक लैंप जरूर होना चाहिए। इससे कमरे में पॉजिटिव एनर्जी उत्पन्न होती है। लैंप के अलावा फूल, कैंडल और हल्की सुंगध भी जीवन में खुशियां भरती है।