वास्तु शास्त्र हिंदू धर्म में काफी प्रचलित शास्त्र माना जाता है। व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि पाने के लिए इस शास्त्र में कई सारे नियम बताए गए हैं। घर को दोष मुक्त करवाने के लिए वास्तु शास्त्र में कई सारे नियम बताए गए हैं इसके अलावा घर में कौन सी चीज किस दिशा में रखनी चाहिए इसके बारे में भी कई सारे नियमों का उल्लेख वास्तु शास्त्र में किया गया है। बहुत से लोग अपने घर के मुख्य द्वार पर डोरमैट रखते हैं। इस शास्त्र में डोरमैट रखने के भी कई सारे नियम बताए गए हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में....
टूटे हुए फर्श पर रखें डोरमैट
वास्तु मान्यताओं के अनुसार, टूटे हुए फर्श से घर में वास्तु दोष पैदा होता है। इसके अलावा घर में नेगेटिविटी का संचार भी होने लगता है। घर में नेगेटिविटी बढ़ने के कारण घर में कलह-कलेश शुरु हो जाता है। ऐसे में इसे दूर करने के लिए आप टूटे हुए फर्श पर डोरमैट रख सकते हैं। इससे घर की नेगेटिविटी दूर होगी।
ऐसा होना चाहिए
इस शास्त्र के अनुसार, घर में रखा हुआ डोरमैट आयाताकार होना चाहिए। आयाताकार डोरमैट होने से घर के सदस्यों के साथ आपके रिश्ते मजबूत होते हैं।
नेगेटिविटी होगी दूर
अगर आपके घर में हर समय नेगेटिविटी रहती है तो आप उसे दूर करने के लिए पायदान के नीचे काले कपड़े में थोड़ा सा कपूर बांधकर रख दें। मान्यताओं के अनुसार, इससे नेगेटिविटी भी दूर होगी और आपके आपसी संबंध भी मजबूत बनेंगे।
पायदान का कपड़ा हो ऐसा
वास्तु शास्त्र की मानें तो घर में रखे हुए पायदान का कपड़ा भी व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर डालता है ऐसे में यदि आप घर के मुख्य द्वार के लिए पायदान ले रहे हैं तो उसका कपड़ा रेशम, कपास या फिर नैचुरल फाइबर का ही हो। ऐसे पायदान आपके घर में पॉजिटिविटी का संचार करते हैं।
कैसा हो पायदान का रंग?
पायदान के रंग का भी खास ध्यान रखना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, यदि आपके घर का प्रवेश द्वार उत्तर दिशा में है तो आप सफेद, पीला या फिर क्रीम रंग का पायदान घर के मेन गेट पर रखें। इसके अलावा यदि आपका घर दक्षिण दिशा में है तो आप गुलाबी, लाल, चांदी, सफेद या फिर हरे रंग का पायदान चुन सकते हैं।