महिलाएं अक्सर वैजाइना हेल्थ से जुड़ी बातें करने में झिझक महसूस करती हैं, जो धीरे-धीरे एक गंभीर समस्या बन जाता है। उन्हीं में से एक मुद्दा वैजाइना फैट का भी है। हालांकि बहुत सी महिलाएं तो ऐसी हैं, जिन्हें इस बारे में कुछ मालूम ही नहीं। मगर, समय रहते इस समस्या का समाधान ना किया जाए तो आगे चलकर इससे प्रेगनेंसी में भी दिक्कत हो सकती है।
क्यों बढ़ता है वैजाइना फैट?
असल में वैजाइना में फैट बढ़ती उम्र के साथ-साथ जमा हो जाता है। वैसे तो यह समस्या कोई बड़ी नहीं है लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान इससे दिक्कत हो सकती है। दरअसल, इसकी वजह से नॉर्मल डिलीवरी में दिक्कत आती है, जिसकी वजह से 92% को सी-सेक्शन का तरीका अपनाना पड़ता है।
वैजाइनल फैट से क्यों आती है दिक्कत?
दरअसल, वजन बढ़ने से बर्थ केनाल में दिक्कतें होने लगती है और वो संकरा हो जाता है। इसके कारण पुश और एब्डोमिनल वॉल की मांसपेशियों में समन्वय नहीं बनता, जिसे ऑब्स्ट्रक्टेड लेबर (obstructed labour) भी कहा जाता है। इसकी वजह से बच्चा वैजाइना से बाहर नहीं आता पाता और डॉक्टरों को सी-सेक्शन की ऑप्शन चुननी पड़ती है।
वैजाइनल फैट को कम करने की एक्सरसाइज
वैजाइना फैट कम करने के लिए आप व्यायाम का सहारा ले सकते हैं, जो मांसपेशियों को टोने करने में मदद करता है।
बटरफ्लाई पोज
बटरफ्लाई पोज यानि तितली आसन (Butterfly pose) इसके लिए बेस्ट ऑप्शन है। इसके लिए दोनों पैरों की एड़ियों को आपस में जोड़कर बैठ जाए और फिर हाथों से एड़ियों को पकड़ लें। इसके बाद पैरों को तितली की तरह ऊपर-नीचे हिलाएं।
जंपिंग जैक
इसके अलावा आप जंपिंग जैक (jumping Jack) एक्सरसाइज भी कर सकते हैं जो वैजाइना के साथ पूरे शरीर का फैट कम करने में मददगार है। इसके लिए दोनों पैरों को बाहर निकालें, कूदें और फिर अंदर लें। ऐसा कम से कम 30 मिनट ब्रेक लेते हुए करें।
कीगल एक्सरसाइज
वैजाइना फैट को कम करने के लिए कीगल एक्सरसाइज (Kegel Exercise) भी बेस्ट ऑप्शन है। इसके लिए जिम जाने की जरूरत भी नहीं है। इसके लिए पीठ के बल लेट जाएं और फिर पैरों को घुटनों के बल मोड़ते हुए और कमर को उठाते हुए पैर ऊपर कर लें। इस दौरान हाथों को सीधा रखें। कम से कम 10 सेकेंड के 3-4 सेट रोजाना करने से आप फर्क महसूस करेंगी।
अब तो आप जान ही गई होंगी कि वैजाइना फैट आपको कैसे प्रभावित करती है। ऐसे में अगर आप प्रेगनेंसी प्लान कर रही हैं तो पहले वैजाइनल फैट कम कर लें।