डायबिटीज, हाई बी.पी, किडनी डैमेज और कैंसर के अलावा आजकल लिवर फेलियर की समस्या भी आम देखने और सुनने को मिल रही है। कहीं न कहीं इस प्रॉबल्म की वजह आपका गलत खान-पान है, आइए जानते हैं शरीर में लिवर कैसे काम करता है, साथ ही इसे कैसे हेल्दी रखा जाए, ताकि आप और आपका लिवर हमेशा हेल्दी रहे।
लिवर का काम
लिवर का बॉडी का सेंट्रल कंट्रोलर कहा जाता है। लिवर में हल्की-फुल्की सी गड़बड़ी पूरी शरीर में गड़बड़ी कर देती है। एक हेल्दी बॉडी में लिवर का वजन 1.5 से 2 किलोग्राम होता है। यह एक स्वस्थ लिवर की निशानी है। मगर यदि आपकी बॉडी में एक्सट्रा फैट होगी तो आपके लिवर का साइज और भार भी बढ़ेगा।
Unhealthy फूड्स
ऑयली खाना, हार्ड और सॉफ्ट ड्रिंक्स, सोडा और बॉटल्स में मिलने वाले जूस लिवर खराब होने का सबसे बड़ा कारण हैं। साथ ही फास्ट फूड का अधिक सेवन भी इसके लिए जिम्मेदार है।
भोजन को आंतो तक पहुंचाना
हमारे द्वारा खाया हुआ भोजन आंतों से होता हुआ लिवर तक पहुंचता है, उससे पहले आंतो में मौजूद एंजाइम्स भोजन को बारीक-बारीक कणों में बांट कर लिवर तक पहुंचाने का काम करते है, जहां पहुंचने के बाद हमारा खाना स्टोर हो जाता है।
विटामिन्स को करता है फिल्टर
हमारी बॉडी में लिवर एक तरह के फिल्टर का काम करता है, जो पचे और अदपचे भोजन को अलग-अलग करने का काम करता है। साथ ही खाने के पोषक तत्वों को रक्त के साथ मिलाकर उन्हें विटामिंस और माइक्रोन्यूट्रीएंट्स के रुप में बदलकर शरीर तक पहुंचाता है, जिससे आप हेल्दी एंड फिट महसूस करते हैं।
अनावश्यक तत्वों को शरीर से बाहर निकालना
इन सब के अलावा लिवर बॉडी में मौजूद अनावश्यक तत्वों को किडनी तक पहुंचाने का भी काम करता है। जहां पहुंचकर शरीर के लिए न जरुरी यह तत्व यूरीन के जरिए शरीर में से बाहर निकल जाते हैं। इन सब के अलावा डायबिटीज, हाई बी.पी और अन्य बीमारियों के पेशेंट जिन दवाओं का सेवन करते हैं, लिवर उसके विषैले तत्वों को भी शरीर में से बाहर निकालने का काम करता है। जरुरत पड़ने पर लिवर बॉडी में ग्लूकोज की मात्रा को भी पूरा करने में मदद करता है।
लिवर से संबंधित तीन समस्याएं
अगर हम अपनी डाइट का सही ढंग से ध्यान नहीं रखते तो हमारे लिवर में समस्याएं पैदा हो सकती हैं। जिनमें से मुख्य 3 परेशानियां टॉप पर हैं। जैसे कि... फैटी लिवर, हेपेटाइटिस और सिरोसिस। फैटी लिवर की समस्या ज्यादा ऑयली फूड खाने से होती है। हेपेटाइटिस होने से लिवर में सूजन पैदा होती है, जिससे व्यक्ति को भूख कम लगने लगती है और वह कमजोर दिखाई देने लगता है।
सिरोसिस में लिवर की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त होने लगती हैं। ऐसा ज्यादातर शराब के अत्यधिक सेवन से होता है। साथ ही जो लोग मीट और बीफ का ज्यादा सेवन करते हैं, उनके लिवर में भी यह समस्या पैदा होती है, जिस वजह से लिवर मृत हुई कोशिकाओं को फिर का फिर से निर्माण करना बंद कर देता है।
सिरोसिस की समस्या में तीन प्रमुख लक्षण दिखाई देते हैं... इन तीनों लक्षणों में व्यक्ति अलग-अलग अवस्था में खुद को महसूस करता है। आइए जानते हैं कौन-कौन सी हैं ये अवस्थाएं...
A- अवस्था
सिरोसिस की पहली अवस्था में व्यक्ति को जरुरत से ज्यादा थकान, भूख न लगना और वजन का लगातार घटते रहना जैसी परेशानियां देखनी पड़ती हैं।
B- अवस्था
इस अवस्था में चक्कर आना, भोजन करने का दिल न करना और समय-समय पर बुखार महसूस होता रहता है।
C- अवस्था
यह अवस्था बहुत गंभीर लक्षण शो करती है। यहां आकर व्यक्ति को उल्टी में खून, बेहोशी और मामूली सी चोट पर लगातार खून बहते रहना जैसी समस्या होती है।