23 जुलाई से शुरू हुए जापान में टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारतीय खिलाड़ियों ने अपना दम दिखाना शुरू कर दिया हैं इसी बीच टोक्यो ओलंपिक में पहुंची भारती के बेटियों ने भी देश का नाम उंचा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, नतीजन भारतीय महिला वेट लिफ्टर मीराबाई चानू ने सिल्वर मेडल जीत भारत को गौरवंतित किया।
वहीं इसी बीच कई महिला खिलाड़िों के हाथ निराशा भी लगी लेकिन इसके बावजूद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी
हौसलाअफजाई की। दरअसल, टोक्यो ओलंपिक में दूसरे दौर से बाहर होने के बावजूद इतिहास रचने वाली भारतीय तलवारबाज सीए भवानी देवी की पीएम मोदी ने उनका हौंसला बढ़ाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने भवानी के ट्वीट को किया रिट्वीट
प्रधानमंत्री मोदी ने भवानी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा कि आपने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और यही मायने रखता है।
उन्होंने आगे लिखा कि हार और जीत जीवन का अंग है। भारत को आपके योगदान पर गर्व है। आप हमारे नागरिकों के लिये प्रेरणास्रोत हैं।
भवानी ने कहा, दूसरा मुकाबला जीत नहीं सकी-मैं माफी मांगती हूं
बतां दें कि इससे पहले भवानी ने ट्वीट किया था कि मैंने अपनी ओर से पूरा प्रयास किया लेकिन दूसरा मुकाबला जीत नहीं सकी। मैं माफी मांगती हूं, अगले ओलंपिक में आपकी प्रार्थनाओं के साथ और बेहतर प्रदर्शन करूंगी।
खेल के बारे में बात करे तो ओलंपिक के इतिहास में तलवारबाजी में क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला भवानी को ब्रूनेट से 7-15 से हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने इससे पहले ट्यूनीशिया की नादिया बेन अजीजी को 15-3 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया था।
ब्रूनेट को 15 अंक तक पहुंचने से नहीं रोक पाईं भवानी
बता दें दूसरे दौर में भवानी देवी का प्रदर्शन थोड़ा निराशाजनक रहा। शुरुआत से ही वो बड़े अंतर से पिछड़ गई थीं। भवानी देवी पहले पीरियड में 2-8 से पीछे हो गई और ब्रूनेट ने दूसरे पीरियड की भी अच्छी शुरुआत की और स्कोर 11-2 कर दिया। भवानी ने इसके बाद लगातार चार अंक बटोरे लेकिन वो ब्रूनेट 15 अंक तक पहुंच गई थी।
13 साल पहले कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में जीता था पहला इंटरनेशनल मेडल
बता दें भवानी देवी ने अपना पहला इंटरनेशनल मेडल 13 साल पहले कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में जीता था और 2014 में उन्होंने एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था, हालांकि वो ओलंपिक में पदक नहीं जीत पाईं।