चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च से हो गई है। इन दिनों मां के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है और मां का आशीर्वाद पाने के लिए भक्त 9 दिनों का उपवास रखते हैं। अगर आप भी उपवास रख रहे हैं तो पूरे नौ दिनों तक अपनी डाइट का खास ख्याल रखें ताकि उपवास के दौरान आपको कमजोरी महसूस ना हो। इस दौरान हेल्दी चीजों का सेवन करें जो आपको एनर्जेटिक रखें। चलिए आपको बताते है कि उपवास के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।
कुट्टू का आटा
प्रोटीन से भरपूर कुट्टू के आटे का सेवन करें लेकिन इसकी पूरी, हलवा या पकोड़े तलने की बजाय रोटी बनाकर खाएं। दरअसल, पूरी, हलवा व पकोड़े में घी और तेल अधिक लगता है जो सेहत के लिए नुकसानदायक है।
ड्राई फ्रूट्स और नट्स
व्रत के दौरान अगर आप ड्राई फ्रूट्स का सेवन करेंगे तो आपको कमजोरी महसूस नहीं होगी। अपनी डाइट में काजू, किशमिश, पिस्ता और बादाम जैसे ड्राई फ्रूट्स शामिल करें।
दही और डेयरी प्रोडक्ट्स
दही पेट के लिए बहुत हल्दी होता है। दही को मीठी लस्सी या सेंधा नमक और भुना हुआ जीरा डालकर छाछ बनाकर पी सकते हैं। इससे शरीर को एनर्जी मिलेगी। दूध, पनीर और मक्खन जैसी चीजों को डाइट में लें।
फल- सब्जियां
व्रत के दौरान आप फलों का सेवन जरूर करें। इससे आप दिनभर एनर्जेटिक रहेंगे। शरीर को डिहाइड्रोजन से बचाने के लिए नींबू पानी पीएं। खीरा व गाजर जैसी चीजें भी खा सकते है।
नारियल
नारियल पानी पीने से बॉडी हाइड्रेट रहेगी और शरीर को एनर्जी मिलेगी। आप चाहें तो कच्चा नारियल भी खा सकते हैं।
साबुदाने की खिचड़ी
इस दिन साबुदाने की खिचड़ी को अपने डाइट में शामिल करें। ये प्रोटीन का एक शानदार स्त्रोत है।
इन चीजों से व्रत में बना लें दूरी
अनाज
व्रत में गेंहू, आटा, चावल, सूजी, बेसन, मक्के का आटा, रागी, बाजरे का आटा शामिल इन सभी चीजों का सेवन वर्जित है।
सफेद नमक
सफेद की जगह सेंधा नमक का इस्तेमाल करें। व्रत में सिर्फ सेंधा नमक ही खाना सही है। इसमें सोडियम की मात्रा कम होती है और हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए भी ये बहुत फायदेमंद माना जाता है।
प्याज और लहसुन
लहसुन और प्याज को नवरात्रि के नौ दिनों में पूरी तरह से वर्जित किया गया है। इन्हें व्रत में नहीं खाया जाता है।
ना पीएं ज्यादा चाय व कॉफी
व्रत के दौरान कुछ लोगों को सिर दर्द की समस्या होती है, जिसके चलते वो चाय-काफी का सेवन ज्यादा करने लगते हैं, जोकि ठीक नहीं। चाय-कॉफी के सेवन से कब्ज, गैस्ट्रिक और एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती है।