मौसम में बदलाव आने के साथ-साथ बीमारियों का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। बदलते मौसम में सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, अनिद्रा जैसी समस्याएं शरीर को सबसे पहले घेरती हैं। इन बीमारियों से बचने के लिए आप नियमित योग और मुद्रा का सहारा ले सकते हैं। योग के मुताबिक, आसन की स्थिति को ही मुद्रा कहते हैं। इसके अलावा हाथ से की जाने वाली मुद्रा को हस्त मुद्रा कहते हैं। हस्त मुद्रा की मदद से शरीर की कई बीमारियों को भी दूर किया जा सकता है। तो चलिए आपको बताते हैं ऐसी हस्त मुद्राएं जो आपको मौसमी बीमारियों से बचाएंगी...
शंख मुद्रा
. इस मुद्रा को करने के लिए सबसे पहले शांत स्थान पर बैठ जाएं।
. फिर आंखों को बंद करके सामान्य तरीके से सांस लें।
. इसके बाद सीधे हाथ की हथेली की चारों उंगलियों को बाएं अंगूठे के चारों ओर लपेंटे।
. अब बाएं हाथ की पहली उंगली को दाएं हाथ के अंगूठे के सिर पर लेकर आएं।
. बाई हथेली की बाकी बची तीन उंगलियों को दाएं हथेली के पीछे रखें।
. हाथों को उलटकर इस मुद्रा में अभ्यास करें।
. इस मुद्रा को नाभि के पास रखें।
. शंख मुद्रा का अभ्यास आप सुबह के समय कर सकते हैं।
इस मुद्रा के अन्य फायदे
. बुखार और सर्दी-जुकाम से बचाव होता है।
. खुजली, त्वचा में जलन, एलर्जी भी दूर होती है।
. शरीर में एनर्जी बढ़ती है।
. किडनी और थायराइड जैसी बीमारियां ठीक रहती हैं।
हाकिनी मुद्रा
. इस मुद्रा को करने के लिए सबसे पहले आंखों को बंद कर दें।
. फिर अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें।
. हथेलियों को एक-दूसरे के सामने लाएं।
. इसके बाद दाएं हाथ के अंगूठे और सारी उंगलियों के पोर को बाएं हाथ की उंगलियों के साथ मिलाएं।
. इस बात का ध्यान रखें कि सारी उंगलियां अच्छे से फैली हुई होनी चाहिए।
. हथेली को एक-दूसरे के संपर्क में न रखें।
. कोहनी को बाहर की ओर रखें।
इस मुद्रा के अन्य फायदे
. अनिद्रा की समस्या होगी दूर, मन रहेगा शांत, शारीरिक बीमारियां होगी दूर, शरीर में पंच तत्व का सही करेगी संतुलन, एकाग्रता बढ़ाने में भी करेगी मदद।
रुद्र मुद्रा
. इस मुद्रा को करने के लिए सबसे पहले पीठ को सीधे रखकर बैठ जाएं।
. फिर आंखें बंद करके सामान्य रुप से सांस लें।
. दोनों हाथों की पहली और तीसरी उंगली के पोरों को साथ में लेकर आएं।
. इसके बाद बीच की उंगली और छोटी उंगली को सीधा रखकर बाहर की ओर फैला लें।
. दोनों हथेलियों के पिछले हिस्से को घुटनों को ऊपर रखें।
इस मुद्रा को आप खाना खाने के करीबन 1 घंटे के बाद कर सकते हैं। इसके अलावा सुबह की गई यह मुद्रा ज्यादा फायदेमंद रहेगी।
इस मुद्रा के अन्य फायदे
. पाचन तंत्र में होगा सुधार
. शरीर में बढ़ेगी ऊर्जा
. सुस्ती और आलस्य होगा दूर
. तनाव से मिलेगी राहत