दुनियाभर में दिल सी जुड़ी बीमारियां के कारण मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है। अनहेल्दी खान-पान, गलत लाइफस्टाइल और शारीरिक गतिविधि न करने के कारण हार्ट से जुड़ी समस्याओं का जोखिम बढ़ रहा है। 50 की उम्र के बाद हार्ट प्रॉब्लम्स ज्यादातर देखने को मिलती हैं। बढ़ती उम्र के साथ-साथ सभी लक्षणों को इग्नोर कर देते हैं परंतु यह स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। सांस लेने में दिक्कत और हाई ब्लड प्रेशर जैसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें, यह हार्ट संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ा सकते हैं। लोगों को हृदय संबंधी बीमारियों से बचाने के लिए और उनमें जागरुकता फैलाने के लिए हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। ऐसे में इस मौके पर आपको बताते हैं कि दिल संबंधी बीमारियां होने पर शरीर में कैसे लक्षण दिखते हैं। आइए जानते हैं...
हाई ब्लड शुगर
यदि आपकी शुगर बढ़ती तो इसे हल्के में न लें। हाई ब्लड शुगर के कारण कोरोनरी आर्टरी डिजीज का खतरा बढ़ता है। शुगर का स्तर बढ़ने के कारण कोरोनरी धमनी टाइट हो जाती है जिसके कारण रक्त वाहिकाओं के फंक्शन में रुकावट आ जाती है इसलिए यदि आप हार्ट को हेल्दी रखना चाहते हैं समय-समय पर ब्लड शुगर चेक करवाते रहें।
सीने में दर्द
कई बार सीने में दर्द उठता है जिसे अक्सर लोग गैस या एसिडिटी की परेशानी के कारण इग्नोर कर देते हैं। परंतु छाती में दर्द या दबाव महसूस होता है तो यह दिल के दौरा पड़ने का संकेत हो सकता है। इसके अलावा आर्टरीज में ब्लॉकेज होने पर भी सीने में दर्द होता है। यदि दर्द ज्यादा है तो उसे बिल्कुल भी इग्नोर न करें।
बहुत पसीना आना
अगर आपको बिना किसी जिम या वर्कआउट के बहुत पसीना आता है तो यह दिल संबंधी बीमारी का संकेत हो सकता है। जब दिल में खून सही तरीके से पंप नहीं होता तो बिना किसी वजह से शरीर में पसीना आने लगता है।
उल्टी मतली महसूस होना
मिचली महसूस होना भी दिल के दौरे के पड़ने की शुरुआत भी हो सकती है। ऐसे में इस लक्षण को बिल्कुल भी इग्नोर न करें।
जबड़े में दर्द
अगर आपका गला दर्द होता है यह जबड़े तक चला जाता है तो यह लक्षण भी दिल के दौरे की शुरुआत का हो सकता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल
कोलेस्ट्रॉल शरीर की कोशिकाओं में मौजूद फैट जैसा पदार्थ होता है यदि यह ज्यादा मात्रा में बने तो कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है और रक्त की कोशिकाओं में जम जाता है इसके कारण धमनियां टाइट हो जाती हैं और कोरोनेरी आर्टरी डिजीज यानी की दिल संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में नियमित रुप से कोलेस्ट्रॉल का लेवल चेक करवाते रहें।
चक्कर आना
बार-बार चक्कर और आंखों के सामने अंधेरा आना लो ब्लड प्रेशर की समस्या का कारण हो सकता है। इसलिए यदि बार-बार चक्कर आते हैं तो इसे इग्नोर न करें और डॉक्टर से जांच करवाएं। लो ब्लड प्रेशर में शरीर में ब्लड का फ्लो कम हो जाता है जिसके कारण रक्त पूरी तरह से दिल तक नहीं जा पाता और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ने लगता है।
पैरों में सूजन
पैरों या फिर तलवों में सूजन भी दिल संबंधी बीमारियों का जोखिम बढ़ा सकता है। हार्ट में अच्छी तरह से ब्लड सर्कुलेशन न होने के कारण पैरों के टखनों और तलवों में सूजन आने लगती है।