सेहतमंद रहने के लिए ज्यादातर लोग गेहूं के आटे की जगह जौ, बाजरे या रागी का आटा इस्तेमाल करते हैं। रागी को फिंगर मिलेट भी कहा जाता है। इसका सेवन इसे डाइट में शामिल करने से कई बीमारियों का खतरा कम होता है। रागी में एमिनो एसिड, एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर जैसे गुण पाए जाते हैं जो तनाव मुक्त करने, माइग्रेन से बचाने, वजन कम करने और डायबिटीज की समस्या से राहत दिलवाने में मदद करते हैं। लेकिन रागी के नुकसान भी होते हैं। कुछ लोगों के लिए इसका सेवन हानिकारक हो सकता है। तो चलिए आज आपको इस आर्टिकल के जरिए बताते हैं कि किन लोगों को रागी का सेवन नहीं करना चाहिए।
थायराइड के मरीज
जो लोग थायराइड से जूझ रहे हैं उनके लिए रागी का सेवन नुकसानदायक हो सकता है। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से थायराइड से जूझ रहे मरीजों की समस्या बढ़ सकती है।
किडनी के मरीज
यदि आपकी किडनी में स्टोन या फिर किडनी से जुड़ी आपको कोई समस्या है तो भी रागी का सेवन न करें। किडनी से जूझ रहे मरीजों के लिए रागी का सेवन नुकसानदायक हो सकता है।
कब्ज में
कब्ज से जूझ रहे लोगों के लिए भी रागी का सेवन नुकसानदायक हो सकता है। क्योंकि रागी आसानी से पच नहीं पाती जिसके कारण कब्ज की समस्या और भी ज्यादा बढ़ने लगती है।
पेट में गैस बनने पर
रागी में ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जिनका ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल करने के कारण डायरिया और पेट में गैस की समस्या हो सकती है। ऐसे में यदि आपको पेट में गैस बनने की दिक्कत है तो रागी का सेवन न करें।
फूड एलर्जी होने पर
यदि आपको किसी तरह की फूड एलर्जी है तो भी रागी का सेवन एक्सपर्ट्स की सलाह पर ही करें।
एक दिन में कितनी मात्रा में खानी चाहिए रागी
रागी में कैल्शियम की मात्रा ज्यादा पाई जाती है। ऐसे में रोज 100 ग्राम रागी का सेवन करने से शरीर में से 50% तक कैल्शियम की कमी पूरी हो सकती है। एक्सपर्ट्स की मानें तो दिन भर में 100 ग्राम तक रागी का सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है। आप खिचड़ी, रोटी, परांठा और सूप के तौर पर इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।