बच्चे माता-पिता का पहला फर्ज होते हैं ऐसे में सभी पेरेंट्स यही चाहते हैं कि उन्हें एक उज्जवल भविष्य मिले। उज्जवल भविष्य के लिए बच्चों की दिनचर्या में अच्छी आदतें जोड़ना बहुत ही आवश्यक है। खासकर कुछ आदतें हैं ऐसी होती हैं जो बच्चों को एक अच्छा इंसान बनाने में मदद करती हैं। जैसे अपनी शरीर का ध्यान रखना, सफाई पर ध्यान देना, शाम को सोते समय हल्का खाना खाना इससे बच्चे शुगर, बीपी, स्ट्रेस जैसी बीमारियों से दूर रहते हैं। बच्चे स्वभाव से ही भोले-भाले होते हैं उन्हें जो भी चीजें पेरेंट्स सिखाएं वह उसे मान लेते हैं यदि पेरेंट्स घर में बार-बार चिल्लाते हैं तो बच्चों को भी यही आदत लग जाती है। आज आपको कुछ ऐसी बातें बतातें हैं जो आपके बच्चों को एक उज्जवल भविष्य देने में मदद करेंगी। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
सबसे पहले रखें स्वास्थ्य का ध्यान
अच्छे भविष्य के लिए बच्चे की अच्छी सेहत होना जरुरी है। यदि बच्चा फिट और फाइन होगा तो वह हर चीज पर अच्छे से फोकस कर पाएगा। यदि बच्चा अपने शरीर पर ध्यान देता है तो यह आदत उसकी पूरी उम्र काम आएगी।
सही समय पर सुलाना और जगाना
अर्ली टू बेड और अर्ली टू राइज यह लाइन तो आपने कई बार सुनी ही होगी लेकिन इस पर अमल कर पाना थोड़ा मुश्किल है। खासकर यदि बच्चे रात में जल्दी सोकर सुबह जल्दी उठते हैं तो वह एकदम फिट और फाइन रहते हैं। हालांकि जब बच्चे स्कूल जाना शुरु कर दें तो माता-पिता का यह फर्ज बनता है कि वह उन्हें समय पर सुलाएं और उनकी नींद का पूरा ध्यान रखें। वहीं एक्सपर्ट्स के अनुसार, उम्र के मुताबिक ही बच्चों को पूरी नींद लेनी चाहिए जैसे 1-2 साल के बच्चे को 11-15 घंटे, 3-5 साल के बच्चे को 10-14 घंटे, 6-13 साल के बच्चे को 9-12 घंटे, 14-17 साल के बच्चों को 8-11 घंटे की नींद जरुरी होती है।
अच्छी डाइट देना
आजकल बच्चे ज्यादातर फास्ट फूड और जंक फूड खाना ही पसंद करते हैं लेकिन उनकी फिट बॉडी के लिए अच्छी डाइट मुख्य रुप से जरुरी है। खासकर बच्चों को आप खाना खिलाने के बाद ही 40-45 मिनट बाद पानी-पीने की आदत डालें। बेड पर खाना खाना सही नहीं माना जाता यदि आप बच्चों को नीचे जमीन पर बिठाकर खाना नहीं खिला सकते तो आप उन्हें डाइनिंग टेबल पर बिठाकर खाना खिला सकते हैं। इसके अलावा बच्चों को लंच या डिनर करवाने से पहले 5-10 सैकेंड के लिए ईश्वर को याद करने की आदत डालें इससे बच्चे नेगेटिविटी से दूर होकर खाना खा सकेंगे। टीवी या मोबाइल देखते हुए बच्चे को खाना खाने की आदत न डालें। इससे खाना उनके शरीर को नहीं लगेगा। वहीं यदि इसी चक्कर में यदि वह खाना खा लेते हैं और मोटापे का भी शिकार हो सकते हैं। ऐसे में उन्हें खाना खाते समय गेजेट्स से दूर ही रखें।
सलाद और फल खिलाना
बच्चों की फिट बॉडी के लिए उन्हें सलाद और फल खाने की आदत जरुर डालें। लंच से पहले आप उन्हें एक फल खिला सकते हैं। यदि बचपन से ही बच्चों को फल और सलाद की आदत लगेगी तो वह आगे स्वस्थ रह पाएंगे। इसके अलावा उनके शरीर में विटामिन्स और मिनरल्स की भी कमी नहीं रहेगी। फाइबर की भरपूर मात्रा बच्चों को मिलने से उनका पेट लंबे समय तक स्वस्थ रहेगा। घर में मौसमी फल या सलाद जैसे गाजर, खीरा, चुकंदर उन्हें खिला सकते हैं। फल या सलाद बच्चों को देते समय आप इस बात का ध्यान रखें कि यह मौसमी हों और सलाद भी कोल्ड स्टोरेज वाला न हो।
रात को दें हल्का खाना
एक्सपर्ट्स का मानना है कि रात को हमेशा हल्का ही खाना खाना चाहिए। ऐसे में बच्चों को यह आदत डालना जरुर है। खासकर ओवरईटिंग की समस्या इस तरह ही पैदा हो रही है। इससे बचने के लिए आप बच्चों को सूर्यास्त तक खाना खिला दें। यदि सूर्यास्त तक खाना न खिला पाएं तो 7-8 बजे तक भी आप बच्चों को खाना खिला सकते हैं। इससे उनका वजन भी कंट्रोल में रहेगा और वह खाना अच्छे से पचा भी पाएंगे। हल्का और लो कैलोरी वाला फूड्स ही बच्चे को दें। पर्याप्त मात्रा में बच्चों को पानी की आदत और हैल्दी ड्रिंक आप उन्हें पिलाएं। इसके अलावा सुबह अदरक, काली मिर्च, तुलसी, सौंफ, इलायची डालकर ड्रिंक तैयार करके आप बच्चों को इसका आधा गिलास दे सकते हैं।
चिप्स, कोल्ड ड्रिंक से रखें दूर
बच्चों को चिप्स, कुरकुरे, नमकीन खाने की आदत होती है और बच्चों के जिद्दी स्वभाव के कारण कई बार पेरेंट्स को भी उन्हें यह सब चीजें देनी पड़ती हैं। महीने में आप एक बार यह चीजें बच्चों को दे सकते हैं लेकिन ज्यादा खाने से उन्हें समस्या हो सकती है। इन सब चीजों की जगह आप बच्चों को फल, सलाद, ड्राई फ्रूट्स, सीड्स खिलाने की आदत डाल सकते हैं।
हाइजीन रहने की डालें आदत
गंदे बैक्टीरिया और घर में गंदगी मौजूद होने के कारण भी कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ता है। इसके अलावा शरीर साफ न रखना, साफ कपड़े न पहनना, नाखून साफ न करना जैसी आदतें भी उन्हें बीमारियों का शिकार बनासकती हैं। यदि बाल साफ न किए जाएं तो यह झड़ने लगते हैं वहीं यदि स्किन साफ रखने से स्किन से जुड़ी बीमारी की आशंका भी रहती है। साफ-सुथरा रहना, अच्छे से दांत साफ करना, समय-समय पर हाथ धोते रहना, नाखून साफ करना जैसी आदतें सिखाकर आप बच्चों को हैल्दी रख सकते हैं।
पढ़ाई के अलावा एक्स्ट्रा एक्टिविटीज करना
वैसे तो पढ़ाई सबसे जरुरी है लेकिन इसके अलावा भी बच्चे को एक्स्ट्रा एक्टिविटीज जरुर करवाएं। यदि आपके बच्चों को पढ़ाई के अलावा किसी ओर चीज में रुचि है तो उन्हें उसमें काम करने का मौका जरुर दें। इससे बच्चों का ज्यादातर समय उस एक्टिविटी में व्यतीत होगा और वह मोबाइल और सोशल मीडिया से दूर रह पाएंगे।
आउटडोर गेम्स खेलने की डालें आदत
बच्चों को बाहर खेलने की आदत डालें इससे उनका विकास अच्छे से होगा और वह करियर में सफलता हासिल कर पाएंगे। वैसे तो सभी बच्चे खेलते हैं लेकिन उन्हें बाहर खेलने की आदत डालें। अगर खेलने की सुविधा न हो तो आप उन्हें साइकिलिंग की आदत जाल सकते हैं इससे भी बच्चे एकदम फिट रहेंगे। अगर बच्चे इंडोर गेम्स खेलना चाहते हैं तो आप उन्हें उसके लिए भी प्रोत्साहित कर सकते हैं। इसके अलावा क्रिकेट, स्विमिंग जैसी गेम्स में आप उन्हें डाल सकते हैं। वहीं अगर लड़कियां आउटडोर गेम्स नहीं खेलना चाहती तो वह डांसिंग कर सकती हैं।
सिखाएं अपने पर विश्वास रखना
बच्चों को इस बात की भी आदत डालें कि वह खुद पर भरोसा रखें। अपने दिल की बात दूसरों से करें यदि कोई ऐसी परिस्थिति बनती है कि वह किसी से दिल की बात नहीं कह पाते तो वह ईश्वर से अपने दिल की बात कर सकते हैं। मेडिटेशन की आदत आप बच्चों को डाल सकते हैं। हर दिन 10-15 मिनट यदि बच्चे इसे करेंगे तो उन्हें अच्छा महसूस होगा। सुबह और शाम की आरती में आप बच्चों को शामिल कर सकते हैं इससे उनके मन में धार्मिक भाव उत्पन्न होंगे।
खुद ढूंढने दे अपनी प्रॉब्लम्स के सॉल्यूशन
बच्चों को अपनी प्रॉब्लम्स का सॉल्यूशन आप खुद ही ढूंढने दें। इससे वह भविष्य में किसी भी तरह के काम को आसानी से कर पाएंगे। हां एक बार इस काम को करने में उन्हें थोड़ी मुश्किल हो सकती है लेकिन धीरे-धीरे वह सीख जाएंगे। यदि बच्चों को जीवन में किसी भी तरह की कोई परेशानी होती है तो वह खुद समस्या का समाधान कर पाएंगे।
जरुर दें जिम्मेदारी
बच्चों को जिम्मेदारी भी जरुर दें। इससे वह भविष्य में जिम्मेदार बन सकेंगे। आप चाहें तो अलमारी या फिर गाड़ी की चाबी उन्हें दे सकते हैं। इसके अलावा यदि आप बच्चे के साथ मार्केट जा रहे हैं तो उन्हें कुछ पैसे रखने के लिए दे सकते हैं। इससे उन्हें जिम्मेदारी का भी पता चलेगा और उनके अंदर चीजों को सेहज कर रखने की आदत भी पड़ेगी।
पेरेंट्स भी अपनाएं ये आदतें
बच्चे पेरेंट्स से चीजें बहुत ही आसानी से सिखते हैं ऐसे में यदि आप चाहते हैं कि आपके बच्चे भीड़ से हटकर चलें और आप उन्हें एक उज्जवल भविष्य दे सकें तो इन सभी आदतों को आप खुद भी अपनाएं।