इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को लगेगा। इससे पहले 14 अप्रैल को सूर्य में मेष राशि के आने से सूर्य और राहु का युति बन गई है। इसके प्रभाव से सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य-राहु ग्रहण दोष लगेगा जो बेहद अशुभ होने वाला है। सूर्य-राहु ग्रहण दोष से जीवन में कई तरह की अड़चनें आती हैं। जब सूर्य पर ग्रहण लगता है तब पूरी पृथ्वी पर अंधकार छा जाता है।
सूर्य ग्रहण की वजह से सूर्य से मिलने वाले लाभ बाधित होते हैं। सूर्य-राहु ग्रहण दोष के कारण जातक को जीवन के कई क्षेत्र में तकलीफों का सामना करना पड़ता है। सभी दोषों में ग्रहण दोष को सबसे खतरनाक माना जाता है। कुछ ज्योतिषी इसे पितृ दोष भी मानते हैं। राहु की वजह से आलस्य, बाधा, काम में देरी, अवसाद और भावनात्मक असंतुलन जैसे कई भाव आते हैं। एक खास यंत्र से सूर्य-राहु ग्रहण दोष से मुक्ति पाई जा सकती है....
सूर्य राहु ग्रहण दोष यंत्र
सूर्य राहु ग्रहण दोष से छुटकारा पाने के लिए घर में सूर्य राहु ग्रहण दोष यंत्र लाएं। यह ग्रहण दोष के नकारात्मक प्रभाव को समाप्त करता है। इस यंत्र के प्रभाव से राहु शांत होता है और सौभाग्य बढ़ाता है। यह यंत्र ग्रहण योग के बाधाओं और दुर्भाग्य से बचाता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति में आत्मविश्वास की वृद्धि होती है और परिवार के बुजुर्ग सदस्यों के साथ संबंधों में सुधार आता है। यह यंत्र ग्रहण योग से होने वाली बेचैनी और चिंता के कारणों को भी दूर करता है।
सूर्य राहु ग्रहण दोष निवारण यंत्र की स्थापना इस दोष के हानिकारक प्रभावों को कम करता है। इसके अलावा आपको गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान करना चाहिए। 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र के जाप और हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी ग्रहण दोष से छुटकारा मिलता है। सूर्य को जल चढ़ाना और सूर्य मंत्र, आदित्य हृदय स्तोत्र या गायत्री मंत्र का जाप भी ग्रहण दोष के दुष्प्रभावों को कम करता है।