दुनिया में बहुत से लोग है जो समाज में भाईचारे और अच्छाई का संदेश पहुंचाने के लिए काम करते है। वहीं अजमेर की अल्ट्रा रनर सूफिया खान भारत के 22 शहरों में भाईचारे, एकता, शांति और समानता का संदेश पहुंचाने के लिए दौड़ी और एक रिकॉर्ड कायम किया।यह रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हो चुका है।
87 दिनों में दौड़ी 4035 किलोमीटर
33 साल की सूफिया ने 87 दिनों में 4035 किलोमीटर दौड़ कर 22 शहरों का सफर तय किया। कश्मीर से कन्याकुमारी के इस सफर के दौरान उसने लोगों को भाईचारे का संदेश भी दिया। सूफिया का यह मिशन 100 दिन में पूरा करना चाहती थी लेकिन उसने इस 87 दिन में ही पूरा कर लिया। सूफिया जब अपने मिशन रन फॉर होप के लिए दौड़ी तो लोगों ने उसका शहर में स्वागत किया। वह हर रोज तकरीबन 50 किलोमीटर दौड़ती थी।
छोड़ी एयरलाइंस की नौकरी
सूफिया ने अपनी एयरलाइंस की नौकरी छोड़ी है ताकि वह अपनी रनिंग पर ध्यान दे सकें। 16 साल की उम्र में जब सूफिया के पिता की मृत्यु हो गई तो मां ने उसके तीन भाई-बहनों को पाला। आसमान छूने की चाह में वह एयर होस्टेस बन गई। इसके बाद 10 साल तक दिल्ली में एविएशन इंडस्ट्री में ड्यूटी ऑफिसर की नौकरी की। नौकरी के दौरान हेल्थ के लिए समय नहीं मिलता था तो उसने रनिंग करनी शुरु की। शुरु में तो वह हेल्थ के लिए करती लेकिन धीरे-धीरे वह उसका पैशन बन गया।
कई प्रतियोगिताओं में लिया भाग
ग्रेट इंडियन गोल्डन ट्राएंगल की 720 किमी की दूरी 16 दिनों में पूरी करने वाली वह पहली महिला अल्ट्रा रनर थी। जिसके बाद इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में उनका नाम शामिल हुआ। नौकरी छोड़ने के फैसले में उनके परिवार ने भी उनका साथ दिया। वह दिल्ली में घर के पास पार्क में ट्रेनिंग करती हैं। रनिंग के दौरान वह कोई अलग डाइट नहीं लेती है बस लंबी रनिंग के दौरान वह खाने कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की मात्रा को बढ़ा देती है।
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