प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में कभी न कभी, किसी न किसी चीज के लिए संघर्ष करना पड़ता है। जरुरी नहीं है कि जाे शानो-शौकत की जिंदगी जी रहे हैं उन्हें कभी दुख का सामना नहीं करना पड़ा। बहुत से ऐसे लोग हैं जो कड़ी मेहनत के बाद ही सफल हो पाते हैं। बॉलीवुड में छोटे से लेकर बड़े स्टार भी इस मुकाम तक पहुंचने में काफी मेहनत कर चुके हैं। इस लिस्ट में बॉलीवुड एक्ट्रेस कटरीना कैफ का नाम भी शामिल है।
साल 2003 में फिल्म 'बूम' से बॉलीवुड में कदम रखने वाली कटरीना आज बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेस में शुमार हैं, लेकिन एक वक्त ऐसा भी आया था जब उन्हें कब्रिस्तान का पास रहना पड़ा था। 2009 में कैटरीना ने एक इंटरव्यू में बताया था कि एक बाहरी व्यक्ति के रूप में उन्हें बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने में काफी वक्त लगा था। हालांकि उन्होंने यह भी माना था कि भारत में उन्हें अपनेपन का एहसास हुआ था।
कैटरीना ने बताया था कि वह अकेली नहीं बल्कि अपनी बहन के साथ इंडिया आई थी। कुछ देर यहां रहने के बाद उनकी बहन ने कहा था कि " कैटरीना , यह देश मेरे लिए नहीं है और मैं लंदन में अपने घर से प्यार करती हूं और वापस जाना चाहती हूं। मैंने कहा मैं इस जगह को अपना घर मान चुकी हूं"। जब कैटरीना लंदन से मुंबई आई थी तो उनके पास केवल 4 लाख थे,ऑडिशन के दौरान ही उन्होंने सोच लिया था कि वह बॉलीवुड में ही कैरियर बनाएगी और खूब पैसा कमाएंगे ना कि वापस लंदन जाएंगी।
कैटरीना ने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताया था कि- "मैं उस वक्त सिर्फ 17 साल की थी और मॉडलिंग कर रही थी। पैसे की कमी होने के चलते मैंने कब्रिस्तान के पास एक छोटा सा अपार्टमेंट खरीदा"। कैटरीना ने भी बताया कि पास कब्रिस्तान होने के चलते वह रात भर सो नहीं पाती थी, सूरज के आने का इंतजार करती थी। सुबह पांच बजे वह सोती थी और उन दिनों वह चार- पांच घंटे ही सो पाती थी।
कैटरीना ने शुरुआत से ही बॉलीवुड में बने रहने के लिए खूब संघर्ष किया फिर फिल्म नमस्ते लंदन में अक्षय कुमार के ऑपोजिट आकर उन्हें थोड़ी पहचान मिली जो कि 2007 में आई थी और कहीं ना कहीं यही उनके जीवन का टर्निंग प्वाइंट रहा। बता दें कि कैटरीना बॉलीवुड की ऐसी पहली एक्ट्रेस रही जिनकी मॉडल में हूबहू एक बार्बी डॉल फोटो के तौर पर तैयार की गई थी।