एचआईवी यानी की एड्स एक ऐसी जानलेवा बीमारी है जो एचआईवी वायरल के कारण होती है। ज्यादातर मामलों में इसे सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज भी कहते हैं। यह संंक्रमित ब्लड वाले नीडल से या फिर मां के द्वारा बच्चे को हो सकती हैं। हालांकि इस बीमारी का पूरी तरह से इलाज उपलब्ध नहीं है लेकिन समय रहते यदि इसके लक्षणों की जांच कर ली जाए और एक्सपर्ट्स को संपर्क कर लिया जाए तो बीमारी से बचा जा सकता है। इसके अलावा यदि समय रहते ही एचआईवी का टीका लगवा लिया जाए तो मरीज से इस बीमारी का खतरा कम हो सकता है। एचआईवी की टेस्टिंग के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल 27 जून को नेशनल एचआईवी टेंस्टिंग डे मनाया जाता है। ऐसे में आपको इस मौके पर बताते हैं कि इस बीमारी के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं....
वजन कम होना
वजन कम होना भी एचवआईवी की बीमारी का एक लक्षण हो सकता है, क्योंकि इसके कारण इम्यून सिस्टम अच्छे से काम नहीं कर पाता जिससे मेटाबॉलिक प्रोसेस भी गड़बड़ाने लगता है। इसके कारण खाना शरीर को भी नहीं लगता और व्यक्ति का वजन तेजी से कम होने लगता है।
हफ्ते से ज्यादा डायरिया रहना
अगर आपको हफ्ते से ज्यादा डायरिया रहता है तो यह भी एड्स का गंभीर लक्षण हो सकता है। शरीर में इंफेक्शन होने के कारण इम्यून सिस्टम खराब होने लगता है जिसके कारण मेटाबॉलिक प्रोसेड भी डैमेज हो जाता है। इसके कारण आपका पेट खराब रह सकता है।
गले में सूजन और दर्द
इसके कारण इम्यून सिस्टम लिम्फ नोड्स को नुकसान पहुंचाती हैं जिससे गले में सूजन और दर्द महसूस होने लगता है। इसके चलते आपको सर्दी-जुकाम और गले में खराश जैसी दिक्कत भी महसूस हो सकती है।
थकान और कमजोरी रहना
अगर आपको हर समय थकान या कमजोरी महसूस होती है तो यह भी एचआईवी संक्रमण का लक्षण हो सकता है। इस इंफेक्शन के कारण शरीर में खाना अच्छे से नहीं पच पाता और न ही शरीर को एनर्जी मिलती है जिसके कारण व्यक्ति को हर समय थकान और कमजोरी रहने लगती है।
स्किन पर लाल दाने
अगर आपकी स्किन पर लाल दाने और धब्बे आते हैं तो यह भी एचआईवी इंफेक्शन का एक लक्षण हो सकता है। मुंह में, नाक में या पलकों के अंदर लाल, भूरे, गुलाबी और बैंगनी रंग के धब्बे परेशानी खड़ी कर सकते हैं। ऐसे में समस्या को इग्नोर न करें और डॉक्टर से संपर्क जरुर करें।
नोट: यदि आप चाहते हैं कि एचआईवी जैसी खतरनाक बीमारी आपके शरीर को न घेरे तो समय पर टेस्टिंग जरुर करवाएं।