नारी डेस्क: अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा का कहना है कि आजकल की महिलाएं शादी के बाद खाना पकाने का दबाव महसूस नहीं करती हैं, क्योंकि आजकल लोग जानते हैं कि उन्हें घर के साथ-साथ अपने करियर पर भी ध्यान देना है। जून में अभिनेता जहीर इकबाल के साथ विवाह बंधन में बंधने वाली सिन्हा ने कहा कि वह जब भी चाहती हैं, खाना बनाती हैं।
सोनाक्षी सिन्हा ने अपनी एक इंटरव्यू में कहा- "आज के समय में महिलाओं पर खाना पकाने का ऐसा कोई दबाव नहीं है, क्योंकि सभी जानते हैं कि महिलाओं का अपना कामकाजी जीवन और घरेलू जीवन भी होता है। यह भी दिलचस्प बात है। मैं वास्तव में खुशकिस्मत हूं कि मुझ पर खाना बनाने का ऐसा कोई दबाव नहीं है।
"हीरामंडी" स्टार एक डिजिटल ट्रैवल कंपनी के प्रचारात्मक पाककला कार्यक्रम में बोल रही थीं। इकबाल भी उनके साथ थे। कार्यक्रम में सिन्हा ने सत्तू का परांठा पकाया, जबकि इकबाल ने एवोकाडो सुशी तैयार की। सिन्हा ने कहा कि यह पहली बार था जब उन्होंने खाना पकाने में हाथ आजमाया और उनकी मां पूनम सिन्हा उनके प्रयास से खुश होंगी। उन्होंने कहा- "यह पहली बार है जब मैंने वास्तव में कुछ पकाने का प्रयास किया है और यह इतने सारे लोगों के सामने है। मैं बहुत दबाव में थी, लेकिन मुझे लगता है कि मैंने काफी अच्छा किया... मैंने इसका आनंद लिया। मैं भविष्य में (खाना पकाना) और भी बहुत कुछ सीखना चाहूंगी।
सोनाक्षी ने कहा- "आज सबसे खुश व्यक्ति मेरी मां होंगी वह एक शानदार कूक हैं। उन्हें लगता था कि उनकी बेटी एक अच्छी शेफ बनेगी, जो कभी नहीं हुआ। उन्हें लगता था कि जब मैं शादी करूंगी तो मैं एक अच्छी शेफ बन सकती हूं। वह अभी भी ऐसा होने का इंतज़ार कर रही हैं"। उन्होंने कहा- " हर छुट्टी पर, हम अपनी दादी से मिलने जाते थे जो पटना में रहती थीं। वह हमें लिट्टी चोखा, सत्तू के परांठे जैसे बेहतरीन बिहारी भोजन खिलाती थीं। बस वही चीज़ें जो दादी के ढेर सारे प्यार से बनती हैं। यही मुझे याद है और मैं वास्तव में इसके लिए बहुत तरसती हूं,"।