लड़कियां अकसर अपनी नाखूनों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए कलरफुर रंगों से उन्हें रंगती हैं। कभी आउटफिट से मैच करते हुए तो कभी ट्रेडिंग नेल कलर या नेल आर्ट के हिसाब से। इससे नाखून सुंदर दिखते हैं , लेकिन क्या आपको पता है कि आपकी नेल पेंट आपकी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रही है। जी हां, नेल पेंट के बार- बार इस्तेमाल करने से नाखून कमजोर हो जाते हैं और पीले भी पड़ जाते हैं। नेल पॉलिश में फॉर्मेल्डिहाइड, डिब्यूटिल फथलेट और टाल्यूईन जैसे तत्व मौजूद होते हैं जो प्रजनन समस्याओं और कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है।
टाल्यूईन
टाल्यूईन नेल पॉलिश में मौजूद एक केमिकल है, जो आपके नाखूनों को चिकनापन देता है। इसकी गंध पेंट और थिनर जैसी होती है। ये आपके नर्वस सिस्टम और दिमाग पर असर डालता है। इसके कारण सिरदर्द, कमजोरी, सुस्ती, चक्कर आना और मतली आदि जैसी बीमारियां हो सकती है। इसके अलावा इससे टाल्यूईन किडनी, लिवर और प्रजनन विकार को प्रभावित कर सकता है।
फॉर्मोल्डिहाइड
ये एक रंगहीन गैस होती है जो नेल पॉलिश को लंबे समय तक टिकाए रखने में मदद करता है। अगर आपको किसी भी तरह की एलर्जी है तो नेल पॉलिश से बचने की कोशिश करें। इसमें मौजूद फॉर्मेल्डिहाइड से जलन पैदा हो जाती है। ये दिल संबंधी समस्याओं, कैंसर और अन्य गंभीर स्वास्थ्य स्मस्याओं का कारण बन सकता है।
डिब्यूटिल फथलेट
ये केमिकल भी नेल पेंट में मौजूद रहता है जिससे नेल पेंट चमकदार बनता है। आपके नेल पॉलिश में इस केमकिल की उपस्थिति से श्वसन, यकृत, गुर्दे और स्त्री रोग जैसे बांझपन का खतरा रहता है।
नेल पॉलिश के दुष्प्रभाव से कैसे बचें
- नेल पॉलिश लगाने के बीच समय लें यानि जल्दी- जल्दी नेल पॉलिश बदलने से बचें और कोशिश करें कि किसी पार्टी या खास मौके पर ही नेल पॉलिश लगाएं।
- नाखूनों के गंदे पीले होने पर उनकी सफाई करें न कि नेल पॉलिश लगाएं। कोशिश करें कि जितना ज्यादा नाखूनों को बिना नेल पॉलिश के रखें।
- बाजार में कई नेल पॉलिश उपलब्ध हैं, उनमें से कुछ विशेष पैकेजिंग और अच्छे ब्रैडं के नेल पॉलिश चुनें। जैसे 5 - फ्री या 3 - फ्री नेल पॉलिश। 5 - फ्री नेल पॉलिश का मतलब है कि इसमें फॉर्मल्डिहाइड, टाल्यूईन, डिब्यूटिल फथलेट, फॉर्मलाडिहाइड रेजिन और कपूर नहीं है। जबकि, 3 - फ्री नेल पॉलिश का मतलब है कि इसमें जहरीली तत्व नहीं हैं।