शाहरुख और गौरी खान बॉलीवुड के बेस्ट कपल्स में से एक हैं, दोनों की जोड़ी को देखकर लगता है कि शायद इनके घर में गौरी का राज चलता है। शायद गौरी ही शाहरुख की जिंदगी से जुड़े फैसले भी लेती हैं, लेकिन आपको ऐसा सोचना बिल्कुल गलत है क्योंकि शाहरुख खान के 'मन्नत' की डोर बीवी गौरी नहीं बल्कि किसी और के हाथों में है। वहीं शाहरुख और गौरी की जिंदगी के फैसले भी लेती है। अब सवाल उठता है कि अगर गौरी का घर पर राज नहीं हैं तो फिर कौन है जिसके हाथ में शाहरुख के घर का कंट्रोल है। तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शाहरुख खान और गौरी खान के घर का 'रिमोट कंट्रोल' शाहरुख खान की सास सविता छिब्बर के हाथों में हैं।
जी हां, शाहरुख की सासू मां सविता छिब्बर दिल्ली में रहकर ही उनके मन्नत रिमोट कंट्रोल संभालती हैं। इस बात का खुलासा खुद गौरी खान ने एक इंटरव्यू में किया था। उन्होंने बताया था कि मां सविता छिब्बर सभी कामों का हिसाब-किताब संभालती हैं। वो एक-एक चीज का हिसाब रखती हैं, वो भी दिल्ली में रहकर। गौरी ने बताया कि उन लोगों की व्यस्त जिंदगी की वजह से उनकी मां हमेशा मन्नत के स्टाफ के साथ कॉल या फिर व्हाट्सएप के जरिए जुड़ी रहती हैं और इस बात को सुनिश्चित करती हैं कि घर साफ रहे और सभी चीजें अच्छे से मैनेज हो।
गौरी खान ने बताया था कि इससे उन्हें काफी मदद मिल जाती है और घर संभालने की उनकी परेशानियां कम हो जाती हैं। गौरी ने कहा, 'मेरी इस बात से वो महिलाएं जरूर सहमत होंगी जो घर से बाहर काम करती हैं। बाहर काम करने वाली महिलाओं पर न सिर्फ ऑफिस की जिम्मेदारियां होती हैं बल्कि उन्हें घर भी संभालना होता हैं। दोनों चीजों को संभालने में दिक्कतें आती हैं। ऐसे में अगर घर संभालने के लिए मां या फिर सास की मदद मिल जाए तो इससे भला क्या हो सकता है?
गौरी की मां का शाहरुख खान संग रिश्ता एक बेटे और मां की तरह हैं। शाहरुख भी अपनी सास की पूरी रिसपेक्ट करते हैं और उनके हर डिसीजन को मानते है। बता दें कि शाहरुख ने अपने पेरेंट्स तो अब इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उन्हें जिंदगी में अपने पेरेंट्स से एक शिकायत जरूर रही है। शाहरुख खान के पिता ताज मोहम्मद खान एक फ्रीडम फाइटर थे और मां लतीफ फातिमा खान हाउसवाइफ थीं। जब शाहरुख 15 साल के थे तब उन्होंने पिता को खो दिया था। उसके कुछ सालों बाद उनकी मां भी चल बसी थीं। ऐसे में शाहरुख को अपने माता-पिता से शिकायत रही है कि उन्होंने एक्टर के साथ ज्यादा समय नहीं बिताया। अपने माता-पिता की गलती को शाहरुख सुधार रहे हैं, इसलिए वो अपना ज्यादा से ज्यादा समय अपने बच्चों के साथ बिताते है और उनकी जिंदगी से जुड़े रहते है। जब उनके बच्चे बड़े हुए उनके लिए खाना बनाना सिखा और तो और उनके साथ एक पिता की तरह नहीं दोस्त की तरह रहते है ताकि बच्चे अपनी हर प्रॉबल्म उनके साथ शेयर कर सके।