एक भव्य जन्मदिन परेड के साथ शुरू हुए प्लेटिनम जुबली समारोह के व्यस्तता भरे कार्यक्रमों के बीच महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने लंदन के सेंट पॉल कैथेड्रल में विशेष ‘थैंक्सगिविंग सर्विस’ में शामिल नहीं हो पाई। महारानी ने इससे पहले जन्मदिन परेड और फ्लाईपास्ट का भरपूर आनंद लिया था।
बकिंघम पैलेस ने कहा कि 96 वर्षीय महारानी को शाही परिवार के सदस्यों के साथ दो बार बालकनी में आकर लोगों का अभिवादन स्वीकारने और प्रकाश स्तंभ को औपचारिक रूप से रोशन किए जाने के कार्यक्रम के दौरान कुछ “असुविधा” महसूस हुई थी।
बकिंघम पैसेल से बाहर एकत्र लोगों में उस वक्त खुशी की लहर दौड़ गई जब महारानी एलिजाबेथ द्वितीय बाहर बालकनी में आईं थी और उन्होंने मुस्कुराते हुए अपने प्रशंसकों का अभिवादन स्वीकार किया था। कोरोना वायरस के संक्रमण की शुरुआत के बाद से ब्रिटेन में यह सबसे बड़ा आयोजन था।
एलिजाबेथ द्वितीय 96 वर्ष की हैं और वह सार्वजनिक कार्यक्रमों में कम ही दिखाई देती हैं। ऐसे में लोग उनकी एक झलक पाने और सैन्य परेड ‘ट्रुपिंग द कलर’ देखने के लिए घंटों इंतजार करते देखे गए। एलिजाबेथ जब महज 25 वर्ष की थीं तब उनकी ताजपोशी की गई थी। वह इस गद्दी को सबसे ज्यादा वक्त तक संभालने वाली हस्ती हैं और सात दशक से इस पद पर काबिज हैं।
बकिंघम पैलेस ने घोषणा की कि महारानी गिरजाघर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी क्योंकि दिन में एक कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद उन्हें ‘‘कुछ बेचैनी’’ महसूस हुई थी। पैलेस ने कहा कि राजशाही ने सेंट पॉल कैथेड्रल में सेवा कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का निर्णय लिया है।
प्लेटिनम जुबली के रंगारंग कार्यक्रमों की शुरुआत वीरवार को सेना की परेड के साथ हुई। महारानी ने बकिंघम पैलेस में राजपरिवार के अन्य वरिष्ठ सदस्यों के साथ परेड और जमा हुई भीड़ का अभिवादन स्वीकार किया।
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने उनके सत्तासीन होने के 70 वर्ष पूरे होने के मौके पर शुभकामनाओं के लिए अपने देश और राष्ट्रमंडल के सदस्य देशों का आभार जताया है।