इस साल हीरे की अच्छी डिमांड देखने को मिली। जहां एक तरफ हीरा व्यापारी शादियां, क्रिसमय और चीनी नववर्ष को लेकर तैयारियों में जुटे हुए हैं वहीं दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना सहित देशों में फैले कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन ने चिंता बढ़ा दी है। कच्चे हीरे की कीमतों में लगभग 10% की वृद्धि हो गई है, जिससे कारोबारियों को आने वाले दिनों में स्थिति और खराब होने की आशंका है।
क्रिसमस में बढ़ी है हीरे की डिमांड
जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) के वाइस चेयरमैन विपुल शाह ने बताया कि पिछले साल कोविड -19 के प्रकोप के बाद स्थिति कुछ सामान्य होने लगी थी लेकिन अब नए वेरिएंट से आपूर्ति पर और दबाव पड़ जाएगा। बता दें कि दिसंबर में क्रिसमस त्योहार और फरवरी में चीन का नववर्ष मनाया जाता है इस दौरान गोल्ड, सिल्वर और प्लेटिनम डायमंड ज्वेलरी की अधिक डिमांड होती है। इस साल लेबग्रोन डायमंड से बनने वाली सिल्वर ज्वेलरी और गोल्ड ज्वेलरी की इंटरनेशनल मार्केट में भी डिमांड है।
हीरों की कीमतों में 5-10% की वृद्धि
पिछले कुछ दिनों में कच्चे हीरों की कीमतों में 5-10% की वृद्धि हुई है, जिससे हीरा व्यापारियों को अपना स्टॉक रोकना पड़ा। वे स्टॉक को बदलने के इच्छुक नहीं हैं क्योंकि उन्हें अधिक कीमत पर कच्चे हीरे खरीदने होंगे। बताया गया था कि पिछले कुछ समय से लेबग्रोन डायमंड की इंटरनेशनल मार्केट में डिमांड बढ़ गई थी। पिछले साल एक्सपोर्ट में 300 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी, जबकि इस साल एक्सपोर्ट 1000 प्रतिशत बढ़ाने का टारगेट है। दिवाली के बाद लेबग्रोन डायमंड के 70 प्रतिशत ऑफिस भी खुल चुके हैं।
दक्षिण अफ्रीका में पाए जाते हैं रफ डायमंड
जेम एंड ज्वैलरी प्रमोशन काउंसिल के अध्यक्ष दिनेश नवाडीया ने कहा कि बोत्सवाना में मौजूदा स्थिति से कच्चे हीरे की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। दक्षिण अफ्रीका से सूरत में भी बड़ी मात्रा में रफ डायमंड पाए जाते हैं, जिस पर ब्रेक लग सकता है। हालाकि, बेल्जियम और हांगकांग में कच्चे हीरे का स्टॉक अभी भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। लेकिन चूंकि दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में सीधे ओमीक्रॉन के कारण स्थिति खराब हुई है, इसलिए अभी वहां जाना उचित नहीं है।