भारतीय किचन में ऐसे कई मसाले मौजूद है जो स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद हैं, उन्हीं में से एक है हल्दी। हल्दी में पाए जाने वाले वाले औषधीय गुण सेहत को कई तरह के फायदे देते हैं। इसमें मौजूद करक्यूमिन नाम का कैमिकल पदार्थ जोड़ों का दर्द दूर करने, सूजन कम करने और गतिशीलता सुधारने में मदद करता है। इसका सेवन करने से गैस्ट्रोनाइटिल के लक्षण जैसे ब्लोटिंग और अपच जैसी समस्या को कम करने में भी मदद करती है। हाल ही में एक्सपर्ट्स ने एक रिसर्च की जिसमें यह देखा कि क्या हल्दी का सेवन करने से सच में गैस्ट्रोइंस्टस्टाइनल संबंधी समस्याएं कम होती हैं।
रिसर्च में शामिल किए गए ऐसे लोग
अपनी रिसर्च में उन्होंने 206 लोगों के 3 ऐसे ग्रूप शामिल किए जिन्हें अपच की समस्या थी। पहले ग्रूप के लोगों के 20 मिलीग्राम ओमीप्रेजोल (एक ऐसी दवाई जिसे खाने से पेट में एसिड बनना कम होता है) दिन में एक बार दी, दूसरे ग्रूप को 250 मिलीग्राम करक्यूमिन के कैप्सूल चार बार दिए और तीसरे ग्रूप को दोनों ओमियोप्रजोल और करक्यूमिन के कैप्सूल दिए। 8-4 हफ्ते के करीबन इन तीनों ग्रूप के लोगों को एक जैसे ही लक्षण नजर आए जैसे दर्द, डकार आना, दिल में जलन और ब्लोटिंग की समस्या हुई। एक्सपर्ट्स के अनुसार, करक्यूमिन अपच की समस्या को कम करने में बेहद लाभकारी साबित हुई हालांकि उसके कुछ साइड इफेक्ट भी थे लेकिन फिर भी यह पेट संबंधी समस्याओं में काफी फायदेमंद साबित हुई।
इस बात का रखें ध्यान
हालांकि शोधकर्ताओं ने बताया कि अभी इस पर और अध्ययन जरुरी है ताकि करक्यूमिन के फायदे और नुकसान बता लगाए जा सकें। इस पर अभी और रिसर्च की जरुरत है। ऐसे लोग जिन्हें अपच की समस्या है उन्हें एक बार करक्यूमिन का सेवन जरुर करना चाहिए। इसके अलावा शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि ऐसे मरीज जिन्हें गैस्ट्रोइंस्टस्टाइनल के लक्षण हैं उन्हें करक्यूमिन का सेवन बिना किसी एक्सपर्ट्स के सलाह के नहीं करना चाहिए। करक्यूमिन के सप्लीमेंट्स के भी कुछ हानिकारक प्रभाव हो सकते हैं। साल 2018 के शोध में 35 करक्यूमिन सप्लीमेंट्स में लेड मौजूद था। इसके अलावा इन प्रोडक्ट्स में कुछ खतरनाक टॉक्सिक पदार्थ जैसे टोलिन(एक ऐसा केमिकल जो पेंट, नेलपॉलिश और गैसोलिन) में पाया जाता है हालांकि जब इन सब पदार्थों का टेस्ट हुआ तो पता चला कि इस्तेमाल करने के लिए यह सही है। काफी सारे करक्यूमिन सप्लीमेंट्स में पीपरीन भी मौजूद था जिसके कारण करक्यूमिन का इस्तेमाल करना थोड़ा नुकसानदायक हो सकता है।
शरीर के लिए कैसे फायदेमंद है हल्दी?
एक्सपर्ट्स ने बताया कि हल्दी और करक्यूमिन दोनों ऐसे डाइटरी सप्लीमेंट्स हैं जिन पर सबसे ज्यादा स्टडी हुई है। 389 क्लीनिकल ट्राइल्स में यह साबित हुआ है कि करक्यूमिन के सप्लीमेंट्स कई सारे हेल्थ कंडीशन्स जैसे टाइप 2 डायबिटीज, ऑस्ट्रोअर्थराइटिस, पाचन संबंधी समस्याएं, कैंसर और डिमेंशिया को प्रभावित करते हैं। हालांकि कुछ शोध यह भी बताते हैं कि करक्यूमिन फायदेमंद भी है। हालांकि फिर भी इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टरी सलाह जरुर लें। एक्सपर्ट्स ने बताया कि हल्दी में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं लेकिन ज्यादा मात्रा में इनका सेवन करना नुकसानदायक हो सकता हैं करक्यूमिन के सप्लीमेंट्स की जगह आप घर में हल्दी का पौधा लगाकर फ्रेश हल्दी का सेवन कर सकते हैं।