
नारी डेस्क: अमीर हो या गरीब हर इंसान की जिंदगी में अगर खुशियां हैं तो गम भी होंगे। हर कोई कभी ना कभी किसी ना किसी दर्द से जरूर गुजरता है। बॉलीवुड एक्ट्रेस रानी मुखर्जी ने भी अपनी जिंदगी में काफी दर्द सहा है। एक्ट्रेस ने बताया था कि एक घटना ने उनकी जिंदगी पूरी बदल कर रख दी थी और आज भी वह इस दर्द से पूरी तरह बाहर नहीं आ पाई हैं। उन्हें ये आत आज भी खलती है कि वह अपनी बेटी को भाईया बहन नहीं दे पाई। रानी मुखर्जी के जन्मदिन के माैके पर जानते हैं उस घटना के बारे में ।

रानी मुखर्जी ने 2020 में लॉकडाउन के दौरान मिसकैरेज का सामना किया था। उस समय वह अपनी दूसरी प्रेग्नेंसी में थीं, लेकिन शुरुआती महीनों में ही उनका गर्भपात हो गया। उन्होंने इस खबर को पब्लिकली शेयर नहीं किया था, क्योंकि उस समय वह अपनी फिल्म 'मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे' की शूटिंग कर रही थीं और वह नहीं चाहती थीं कि लोग उनकी तकलीफ को फिल्म से जोड़कर देखें। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था-"मैं उस समय अपने निजी दुख को छिपाकर शूटिंग कर रही थी, क्योंकि मैंने खुद को अपने काम में व्यस्त रखना ही बेहतर समझा।"

रानी मुखर्जी का कहना है कि उनका दूसरा बच्चा न होना उनके लिए बहुत दर्दनाक अनुभव है। उन्होंने बताया कि वह अब तक इस सच्चाई को स्वीकार नहीं कर पाई हैं कि वह दूसरी बार मां नहीं बन सकीं। रानी ने कहा- "दूसरा बच्चा न होना एक अधूरापन है, जिसे मैं आज भी महसूस करती हूं। यह दर्द मेरे साथ हमेशा रहेगा।"उन्होंने यह भी कहा कि वह अपनी बेटी आदिरा के लिए आभारी हैं, लेकिन दूसरे बच्चे की कमी उन्हें आज भी खलती है। रानी ने लगभग 7 सालों तक दूसरे बच्चे के लिए कोशिश की थी पर उन्हें दूसरी औलाद का सुख नहीं मिल सका।

रानी मुखर्जी और आदित्य चोपड़ा की बेटी आदिरा का जन्म 2015 में हुआ था। एक्ट्रेस ने बताया कि वह अपनी बेटी के लिए हर दिन भगवान का शुक्रिया अदा करती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मिसकैरेज के बाद उन्हें भावनात्मक रूप से काफी संघर्ष करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि "मैं अपने काम में खुद को व्यस्त रखकर ही उस दर्द से बाहर आई हूं।" उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उस कठिन समय में उनके पति आदित्य चोपड़ा और परिवार ने उन्हें पूरा सहयोग दिया। उनका कहना है कि एक्ट्रेस होने का दबाव उन्हें अपने दुख को छिपाने के लिए मजबूर करता है, लेकिन पर्दे के पीछे वह भी एक आम महिला की तरह इस दर्द से गुजर रही थीं।