रक्षाबंधन का त्योहार पूरे देशभर में बहुत धूम-धाम से मनाया जाता है। कहते हैं कि सावन माह की पूर्णिमा तिथि के दिन रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है। इस बार रक्षाबंधन 30 तरीका को है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई में राखी बंधते हुए उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। वहीं भाई भी बहनों की रक्षा का वचन देते हुए उन्हें गिफ्ट्स भी देते हैं। लेकिन शास्त्रों के अनुसार पहली राखी भाई की कलाई पर बांधने की जगह देवताओं को बांधने से शुभ फलों प्राप्त होते हैं। ज्योतिष शास्त्र में पहली राखी कुछ देवताओं को बांधना शुभ माना जाता है।
गणेश जी
गणेश जी तो प्रथम पूजनीय माना जाता है। कहते हैं कि पहली राखी भगवान गणेश को बांधनी चाहिए। ऐसा करने से गणपति की कृपा आप पर बनी रहेगी और जीवन में समस्याएं आपको नहीं घेरेंगी।
भगवान शिव
सावन का आखिरी दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है। ऐसे में भगवान शिव को राखी बांधने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
हनुमान जी
हिंदू शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव के ग्याहरवें रूद्रावतार हनुमान जी कलयुग में धरती पर विराजमान है। कहते हैं कि सच्चे मन से बजरंगबली के याद किया जाए, तो भक्तों की सभी समस्याएं दूर होती हैं। कहते हैं कि अगर हनुमान जी को राखी बांधी जाए, तो कुंडली से मंगल का प्रभाव कम हो जाता है।
भगवान श्री कृष्ण
भगवान श्री कृष्ण को पहली राखी बांधने से वे भक्तों पर कोई संकट नहीं आने देते और हर मुसीबत से भक्तों की रक्षा करते हैं। बता दें कि इस बार राखी बांधने के सही समय सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक है। इस बीच बहनें भाइयों की कलाई पर सुबह 7 बजकर 05 मिनट तक राखी बांध सकती हैं।