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RIP: सांड बना पंजाबी सिंगर की मौत की वजह, काश उस दिन पत्नी की बात मान ली होती...

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 08 Oct, 2025 12:43 PM
RIP: सांड बना पंजाबी सिंगर की मौत की वजह, काश उस दिन पत्नी की बात मान ली होती...

नारी डेस्क:  पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। ‘शानदार’, ‘काली केमेरो’ और ‘मुच्छ ते माशूक’ जैसे सुपरहिट गानों से लोगों के दिलों में जगह बनाने वाले मशहूर सिंगर राजवीर जवंदा (Rajvir Jawanda) अब इस दुनिया में नहीं रहे। 27 सितंबर को हुए भयानक सड़क हादसे के बाद राजवीर करीब 11 दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच जूझते रहे, लेकिन 8 अक्टूबर को उन्होंने आखिरी सांस ली। उनकी मौत की खबर ने पूरे पंजाब को सदमे में डाल दिया है।

कैसे हुआ हादसा: सड़क पर भिड़े सांड बने काल का कारण

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 35 वर्षीय सिंगर राजवीर जवंदा का एक्सीडेंट हिमाचल प्रदेश के पिंजौर-नालागढ़ रोड पर हुआ था। बताया जा रहा है कि सड़क पर अचानक दो सांड आपस में लड़ने लगे। इनसे बचने की कोशिश में राजवीर का नियंत्रण उनकी गाड़ी पर से हट गया और उनकी गाड़ी सामने से आ रही बोलेरो से जोरदार टक्कर खा गई। हादसे के बाद उन्हें गंभीर हालत में फॉर्टिस अस्पताल (हिमाचल प्रदेश) में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर्स ने उन्हें वेंटीलेटर पर रखा, क्योंकि उनके दिमाग तक ऑक्सीजन पहुंचना बंद हो गया था। लगातार इलाज और प्रार्थनाओं के बावजूद, राजवीर ने जिंदगी की जंग हार दी।

पत्नी और मां ने रोका था - लेकिन नहीं माने राजवीर

राजवीर जवंदा के करीबी दोस्तों के अनुसार, हादसे वाले दिन उनकी पत्नी और मां ने उन्हें घर से बाइक लेकर निकलने से मना किया था। लेकिन राजवीर ने बात नहीं मानी और अपनी बीएमडब्ल्यू बाइक लेकर घर से रवाना हो गए। कुछ ही घंटों बाद उनके हादसे की खबर आई।

परिवार के एक सदस्य ने कहा,

“काश उस दिन वो रुक जाते... उनकी पत्नी ने बहुत समझाया था, लेकिन उन्होंने कहा – बस थोड़ी देर में लौट आऊंगा।” इस दर्दनाक वाकये ने न सिर्फ उनके परिवार बल्कि पूरे संगीत जगत को झकझोर कर रख दिया है।

11 दिनों तक चली जिंदगी और मौत की जंग

हादसे के बाद राजवीर को तुरंत अस्पताल ले जाया गया था। उन्हें सिर और छाती में गंभीर चोटें आई थीं। डॉक्टर्स ने लगातार 11 दिन तक उनका इलाज किया, लेकिन दिमाग में ऑक्सीजन की कमी के चलते उनकी हालत बिगड़ती चली गई। 8 अक्टूबर की सुबह लगभग 7:45 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली।

संगीत जगत में शोक की लहर

राजवीर जवंदा के निधन की खबर फैलते ही पंजाब के संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई। गायक गुरदास मान, दिलजीत दोसांझ, और कई मशहूर कलाकारों ने सोशल मीडिया पर शोक जताया। गुरदास मान ने लिखा -“राजवीर की मुस्कान और आवाज़ हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेगी। वाहेगुरु उनकी आत्मा को शांति दे।”

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

राजवीर की मौत के बाद उनके घर में मातम पसरा हुआ है। उनकी पत्नी बार-बार बेहोश हो रही हैं, जबकि मां का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार के करीबी लोगों ने बताया कि राजवीर अपने छोटे बेटे के बेहद करीब थे और हर दिन उसके साथ खेलने के लिए वक्त निकालते थे। उनकी मौत ने न सिर्फ संगीत प्रेमियों को, बल्कि हर उस इंसान को रुला दिया है जो उन्हें उनके सरल स्वभाव और मेहनत के लिए जानता था।

फैंस कर रहे श्रद्धांजलि पोस्ट शेयर

सोशल मीडिया पर राजवीर जवंदा के गानों के क्लिप्स और फोटोज़ वायरल हो रहे हैं। फैंस भावुक पोस्ट लिखकर उन्हें याद कर रहे हैं  “आप चले गए, लेकिन आपकी आवाज़ कभी नहीं मिटेगी…।” “संगीत जगत ने एक असली स्टार खो दिया।”

राजवीर जवंदा की उपलब्धियां

राजवीर ने बहुत कम समय में पंजाबी संगीत जगत में अपनी अलग पहचान बनाई थी। उनके गाने ‘शानदार’, ‘लाहौरिये’, ‘काली केमेरो’, ‘मुच्छ ते माशूक’ और ‘पठान’ ने यूट्यूब पर लाखों व्यूज़ बटोरे। उनकी मजबूत आवाज़ और देसी स्टाइल ने उन्हें पंजाबी फोक म्यूजिक का चमकता सितारा बना दिया था।

अंतिम संस्कार की तैयारी

सूत्रों के अनुसार, राजवीर जवंदा का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव मंडी किशनगढ़ (जालंधर) में किया जाएगा। पंजाब के कई नामी कलाकारों और नेताओं के उनके अंतिम दर्शन करने की संभावना है।   

 

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