झड़ते बालों की समस्या आजकल आम हो गई है। हर 10 में से 3 व्यक्ति झड़ते-टूटते बाल और गंजापन की समस्या से परेशान है। इसके लिए लोग महंगे शैंपू, तेल व कई नुस्खे अपनाते हैं लेकिन किसी से कोई खास रिजल्ट नहीं मिलता। ऐसे में आप 'पृथ्वी मुद्रा' यानि अग्नि शामक मुद्रा करके इस परेशानी से निजात पा सकते हैं। प्रचीन ऋषियों-मुनियों द्वारा बताई गई इस योग मुद्रा का अभ्यास बालों को ना सिर्फ झड़ने से रोकेगा बल्कि उन्हें मजबूत व घना भी बनाए।
चलिए सबसे पहले जानते हैं पृथ्वी मुद्रा करने का सही तरीका
इसके लिए सबसे पहले पद्मासन की स्थिति में बैठ जाएं और हथेलियों को घुटनों के ऊपर रख लें। अब रिंग फिंगर को मोड़कर अंगूठे केअगले हिस्से से जोड़ों और बाकी 3 उंगलियों को सीधा रखने की कोशिस करें। दोनों हाथों को इसी पोजिशन में रखें। अब आंखों को बंद करके ध्यान करें और सांस धीरे-धीरे अंदर बाहर लें। ऐसा कम से कम 10 मिनट तक करें और फिर सामान्य स्थिति में वापिस आ जाएं।
10 मिनट की प्रैक्टिस से करें शुरूआत
शुरुआत आप इसे 5-10 मिनट से करें और जब मन एकाग्र हो जाए तो आप इसे 30-40 मिनट भी कर सकते हैं। इससे नकारात्मक ऊर्जाएं शरीर से बाहर निकल जाती है और मन शांत होता है।
पृथ्वी मुद्रा का सही समय व तरीका
सुबह 4 से 6 बजे के बीच यह आसन करना सबसे फायदेमंद होता है क्योंकि इस दौरान वातावरण बिल्कुल साफ होता है। मगर, आप चाहें तो इसे 6-8 बजे के बीच भी कर सकते हैं। ध्यान रखें कि पृथ्वी मुद्रा हमेशा शांत और स्वच्छ जगह पर ही करें। साथ ही इसे जमीन पर बैठकर ही करें, न कि बिस्तर या कुर्सी पर।
झड़ते बालों के लिए क्यों है फायदेमंद?
दरअसल, स्कैल्प में ऑक्सीजन, ब्लड सर्कुलेशन, विटामिन्स और मिनरल्स की कमी की वजह से बाल झड़ने लगते हैं। मगर, इस योगासन को करने से स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन व ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है, जिसके जरिए बालों तक सभी पोषक तत्व पहुंच जाते है। इससे बाल मजबूत होते हैं और उनका झड़ना कम होता है।
गंजापन से भी मिलेगा छुटकारा
अगर आपको बाल झड़ने की वजह से गंजापन हो रहा है तो भी आप इसे कर सकते हैं। इसके नियमित अभ्यास से गंजापन की समस्या से भी छुटकारा मिलता है।