हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के बेहतरीन एक्टर प्रेम चोपड़ा ने विलेन बनकर कामयाबी की बुलंदियां हासिल की। प्रेम चोपड़ा का जन्म साल 1935 को लाहौर में हुआ। बंटवारे के बाद उनका परिवार शिमला में आकर शिफ्ट हो गया। शिमला में ही प्रेम चोपड़ा ने अपना बचपन गुजारा और यही अपनी पढ़ाई पूरी की। प्रेम चोपड़ा के पिता सरकारी कर्मचारी थे। प्रेम चोपड़ा कॉलेज में ड्रामा में हिस्सा लेते थे हालांकि उनके पिता चाहते थे कि वह पहले पढ़ाई पूरी करें और फिर मुंबई जाएं। कैंसर की वजह से प्रेम चोपड़ा की मां का देहांत हो गया था।
मुंबई आकर गुजारा करने के लिए बेची अखबारें
फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री लेना प्रेम चोपड़ा के लिए आसान नहीं था। मुंबई आकर उन्होंने कई स्टूडियोज के चक्कर काटे। गुजारा करने के लिए उन्होंने पार्ट टाइम काम करना शुरु किया। वह फिल्मों में आने से पहले वह एक अंग्रजी अखबार के दफ्तर में सर्कुलेशन डिपार्टमेंट में नौकरी की हालांकि इस पोस्ट के नियम अलग थे। इस काम में 20 दिनों तक टूर पर रहना होता था इसी काम ने उनकी जिंदगी को बदलकर रख दिया।
ट्रेन में सफर करते वक्त बदली किस्मत
एक बार वह टूर पर ही गए थे कि उन्हें एक अंजान शक्स ने पूछा कि क्या तुम फिल्मों में काम करोगे? प्रेम चोपड़ा ने हां कह दिया। फिर प्रेम चोपड़ा की किस्मत उन्हें रंजीत स्टूडियो ले आई। यही से शुरू हुआ उनका फिल्मी करियर। स्टूडियों में उनकी मुलाकात जगजीत सेठी से हुई। जगजीत अपनी फिल्म 'चौधरी करनैल सिंह' के लिए हीरो तलाश रहे थे. उन्हें प्रेम चोपड़ा पसंद आए और उन्होंने प्रेम चोपड़ा को अपनी फिल्म के लिए कास्ट कर लिया। ये फिल्म सुपरहिट रही थी. इसके लिए प्रेम चोपड़ा को फीस के तौर पर 2500 रुपये मिले थे। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में काम किया और ज्यादातर हिट ही हुई।
विलेन के रूप में हुए फेमस
प्रेम चोपड़ा की जिंदगी में एक समय ऐसा भी था जब हर फिल्म में प्रेम चोपड़ा विलेन के किरदार में रहा करते थे। इस तरह उनसे जुड़े किस्से काफी फेमस है। उस वक्त फिल्मों में इंटीमेंट सीन होना आम बात था। अपने ऐसे ही एक सीन के बारे में प्रेम चोपड़ा ने बताया था जिसे वो खुद भी कभी भूल नहीं पाए। प्रेम चोपड़ा ने बताया था, 'फिल्म में देखकर लगता होगा कि मैं बहुत क्रूर विलेन हूं। लेकिन मेरी फीमेल एक्ट्रेस के साथ बहुत अच्छी बॉन्डिंग थी। ये सीन करते समय मैं बहुत प्रोफेशनल होता हूं। मैं सिर्फ ये सोचता हूं कि ये एक्टिंग है और इससे मेरी रियल लाइफ पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।'
जब एक्ट्रेस ने सबके सामने प्रेम चोपड़ा को मारा था थप्पड़
प्रेम ने आगे बताया था कि, 'ऐसे सीन फिल्म का जरूरी हिस्सा होते हैं। 70 के दशक में एक फिल्म में मुझे ऐसे ही सीन करना था। मुझे पीछे से जाकर हीरोइन को कस के पकड़ना था। मैंने वैसा ही किया। हीरोइन की बाजुओं को पकड़ लिया लेकिन वो ठीक से एक्सप्रेशन नहीं दे पा रही थीं। इसलिए हमने कई रीटेक किए। जब सीन हो गया तो हीरोइन ने जाकर मेरी शिकायत डायरेक्टर से कर दी। उन्होंने कहा कि मैंने उनकी बाजुओं को इतनी कस के पकड़ा कि उन्हें चोट लग गई। इसके चलते वो अगले दिन शूटिंग पर भी नहीं आईं। डायरेक्टर भी उन्हें समझा नहीं पाए।'
बदला लेने के लिए एक्ट्रेस ने किया था ऐसा
प्रेम चोपड़ा ने आगे कहा था, 'कुछ दिन बाद एक सीन में हीरोइन को मुझे थप्पड़ मारना था। बदला लेने के लिए उन्होंने मुझे इतनी जोर से थप्पड़ मारा कि पूरे सेट में सन्नाटा छा गया। मैंने डायरेक्टर से इस बारे में शिकायत भी की तो उन्होंने बताया कि हीरोइन मुझसे बदला लेना चाहती थी इसलिए उसने ये सीन जबरदस्ती फिल्म में डलवाया। यकीन नहीं होता कि बदला लेने के लिए हीरोइन ने ऐसा किया था। जो सीन नहीं था वो भी फिल्म में डलवा दिया।'
पर्सनल लाइफ की बात करें तो प्रेम चोपड़ा ने साल 1969 में उमा चोपड़ा से शादी की। उनकी तीन बेटियां रकिता, पुनीता और प्रेरणा हैं। रकिता की शादी डिजाइनर राहुल नंदा से, पुनीता की शादी टीवी अभिनेता और गायक विकास भल्ला से और प्रेरणा की शादी अभिनेता शरमन जोशी से हुई है। प्रेम चोपड़ा के 6 नाती-नातिन हैं। बड़ी बेटी रकिता और राहुल नंदा की एक बेटी है, जिसका नाम रिशा है। वहीं, मंझली बेटी पुनीता और विकास भल्ला की एक बेटी सांची और बेटा वीर हैं। सबसे छोटी लड़की प्रेरणा की एक बेटी ख्याना और ट्विन्स विहान और वर्यान हैं।