17 JUNMONDAY2024 11:03:59 AM
Nari

कान्स में भारतीय फिल्म की धूम, Payal Kapadia बनीं ग्रैंड प्रिंक्स अवॉर्ड जीतने वाली पहली Indian Director

  • Edited By Charanjeet Kaur,
  • Updated: 26 May, 2024 10:42 AM
कान्स में भारतीय फिल्म की धूम, Payal Kapadia बनीं ग्रैंड प्रिंक्स अवॉर्ड जीतने वाली पहली Indian Director

इन दिनों कान्स फिल्म फेस्टिवल में भारत का ही जादू चल रहा है। पिछले दिनों अनसूया सेनगुप्ता ने अन सटर्न रिगाडर् कैटेगरी में बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड जीतकर इतिहास रच दिया है। वहीं अब भारत की डायरेक्टर पायल कपाड़िया ने फेस्टिवल के आखिरी दिन सारी महफिल लूट ली। उनकी फीचर फिल्म 'ऑल वी इमैजिन ऐज लाइट' का प्रीमियर हुआ। इस दौरान लोगों को लोगों अपने आर्ट से इतना ज्यादा इंप्रेस कर दिया कि मूवी देखने के बाद 8 मिनट तक उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दिया गया। पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा और ये हर भारतीय के लिए गर्व का पल था।

PunjabKesari

पायल को मिला बड़ा सम्मान

पायल भारत की पहली महिला डायरेक्टर बन गईं है जिनकी फीचर फिल्म को Palme d'Or कैटगरी के लिए नॉमिनेट किया गया था। हालांकि इस कॉम्पटीशन में इस फिल्म को पहला तो नहीं, लेकिन दूसरा सबसे बड़ा सम्मान ग्रैंड प्रिक्स अवॉर्ड जीतकर इतिहास रच दिया। आइए आपको बताते हैं पायल के बारे में...

कौन हैं पायल कपाड़िया

पायल का जन्म मुंबई में हुआ है और उन्होंने आंध्र प्रादेश के Rishi Valley school से अपनी पढ़ाई की है। डायरेक्टर ने अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन किया है। उन्होंने सोफिया कॉलेज से अपनी मास्टर की पढ़ाई की है। पढ़ाई पूरी होने के बाद पायल ने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट से डायरेक्शन की बारीकियां सीखीं। पिछले 10 सालों में उन्होंने कई सारी शॉर्ट फिल्में भी बनाई हैं।

PunjabKesari

पहले भी पायल को मिल चुका है कान्स में सम्मान

बता दें, पायल को इससे पहले भी बेहतरीन काम के लिए सम्मान मिल चुका है। उन्होंने नाइट ऑफ नोइंग नथिंग नाम की एक शॉर्ट फिल्म बनाई थी, जिसके लिए कान्स फिल्म फेस्टिवल में ही साल 2021 में उन्हें गोल्डन आई अवॉर्ड मिला था।

PunjabKesari

पायल ने किया था गजेंद्र चौहान के खिलाफ प्रदर्शन

आपको जानकर हैरानी होगी कि साल 2015 में पायल FTII की स्टूडेंट थीं, तब उन पर कक्षाओं का बहिष्कार करने और टेलीविजन- एक्टर से राजनेता बनें गजेंद्र चौहान की संस्थान के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति के खिलाफ 4 महीने तक विरोध प्रदर्शन करने के बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई का आरोप लगाया गया था।

Related News