हर पेरेंट्स को अपने बच्चे बहुत प्यारे होते हैं। कुछ माता-पिता तो अपने बच्चों को इतना प्यार करते हैं कि उनकी तारीफ करते नहीं थकते। तारीफ करने से बच्चे में उत्साह बढ़ता है लेकिन कुछ मामलों में तारीफ बच्चे के बिगाड़ भी सकती है। हर बार जब माता-पिता अपने बच्चों की सबके सामने प्रशंसा करते रहते हैं तो वह ऑवरकॉन्फिडेंट होकर कुछ भी करने लगते हैं। इसलिए बच्चों के सामने उनकी तारीफ करने से पहले पेरेंट्स को थोड़ा सावधान रहना चाहिए। इसका मतलब यह नहीं है कि आप बच्चों की बिल्कुल तारीफ न करें पर इस दौरान आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए । आइए जानते हैं....
सबके सामने न करें तारीफ
कुछ पेरेंट्स बच्चों को दोस्तों, रिश्तेदारों के सामने बहुत अच्छा, बहुत शांत, बहुत प्यारा, बहुत ईमानदार जैसी बातें बोलकर उनके तारीफ करने लगते हैं। लेकिन ये कुछ ऐसी बातें होती हैं जो बच्चे की उम्र और समय के साथ बदलती रहती हैं, इसलिए इन बातों की तारीफ आप बच्चे के साथ न करें। यदि बच्चे आपके सामने नहीं है तो उनकी तारीफ करें। क्योंकि जब आप उनकी तारीफ सामने से करते हैं तो वह ऑवर कॉन्फिडेंट हो जाते हैं जिसके चलते उन्हें लगता है कि यदि वह कोई गड़बड़ करेंगे तो भी आप उनकी तारीफ ही करेंगे। इसलिए सबके सामने बच्चे की तारीफ बिल्कुल भी न करें।
दूसरे के साथ तुलना करके तारीफ
पेरेंट्स को आदत होती है कि वह बच्चों की अन्य बच्चों के साथ तुलना करते हुए उन्हें अच्छा बताने लगते हैं लेकिन इससे बच्चों को लगता है कि वह सबसे ज्यादा अच्छे हैं जिसके कारण वह दूसरों का सम्मान नहीं करते। इसलिए कभी भी बच्चों की किसी के साथ तुलना न ही उनके सामने करें, न पीठ के पीछ और न ही किसी बच्चे के साथ इससे वह जिद्दी स्वभाव के हो सकते हैं।
न कहें ये बात
जब भी आप बच्चों की तारीफ करते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि उन्हें ऐसी कोई बात न कहें जिससे वह कॉन्फिडेंट या फिर ऑवरकान्फिडेंट हो जाएं। यदि आप उनकी तारीफ करना चाहते हैं तो उनके काम को शाबाशी दें जैसे यदि आपने बच्चे को घर की साफ-सफाई करने के लिए दी है तो बार-बार उन्हें महान कहने की जगह यह बोले कि उन्होंने काम बहुत अच्छे से किया है यही काम का सही तरीका है। उनकी तारीफ करने की जगह आप काम की तारीफ करें।
बच्चों के द्वारा किए काम की करें तारीफ
कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो बच्चे करके सीखते हैं और कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो वह खुद ही सीख जाते हैं इसलिए आप बच्चों को ऐसी बातों पर ही तारीफ करें जो उन्होंने खुद की हो। जो काम उन्होंने किसी ओर की मदद से किया है ऐसी बात पर उनकी तारीफ न करें। इस तरह भी बच्चे बिगड़ सकते हैं।
झूठी तारीफ
कई पेरेंट्स बाहर वालों के सामने अपने बच्चों को खास दिखाने के लिए उनकी झूठी तारीफ करने लगते हैं। लेकिन झूठी तारीफ भी बच्चे को बिगाड़ देती है जरुरत से ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर तारीफ करने से वह बिगड़ने लगते हैं। यह आदत बच्चे की स्किल डेवलपमेंट को नुकसान पहुंचाती है इससे उनमें कोई भी चीज को सीखने, समझने या फिर सोचने की क्षमता कम हो जाती है।