इन दिनों देश के कुछ हिस्सों में डेंगू तेजी से फैल रहा है। मच्छरों से होने वाली यह एक जानलेवा बीमारी है। इसमें मरीज को तेज बुखार होने के साथ सिरदर्द, बदन दर्द व प्लेटलेट्स लगातार गिरने की शिकायत होती है। वैसे तो डेंगू के मरीज का घर की डॉक्टर की सलाह से इलाज किया जा सकता है। मगर ब्लड प्रेशर घटने व शरीर में प्लेटलेट्स लगातार कम होने की स्थिति में मरीज को अस्पताल भर्ती करवाने की जरूरत पड़ती है। वहीं एक्सपर्ट का कहना है कि इस दौरान शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए पपीते के पत्तों का रस पीना फायदेमंद माना गया है। इससे डेंगू से जल्दी ही रिकवरी होने में मदद मिलती है। चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...
आयुर्वेद अनुसार पपीते के पत्ते फायदों से भरपूर
आयुर्वेद अनुसार, नेचुरल चीजों का सेवन करने से बीमारियों से बचाव रहता है। इसलिए आयुर्वेद में नीम, तुलसी, एलोवेरा, पुदीना पत्ती व पपीते के पत्तों को बेहद फायदेमंद माना जाता है। बात पपीते के पत्तों की करें तो इसमें पोषक तत्व, एंटी-ऑक्सीडेंट व औषधीय गुण पाए जाते हैं। ऐसे में यह सेहत के लिए औषधीय यानि दवा समान माना गया है। खासतौर पर डेंगू में इसका सेवन करने से तेजी से प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद मिलती है। ऐसे में एक्सपर्ट द्वारा भी डेंगू में पपीते के पत्तों का जूस पीने की सलाह दी जाती है।
ऐसे तैयार करें पपीते के पत्तों का रस
. इसके लिए 5-10 पपीते की ताजी पत्तियां पत्तियां लेकर उसे 5-6 बार पानी से धोएं।
. अब जूसर में इसे स्मूद होने तकर पीस लें।
. इसके बाद जूस को छन्नी की मदद से छान लें। आप किसी बारीक कपड़े से भी इसे छान सकती है।
. इसके बाद इसका ऐसे ही या शहद मिलाकर सेवन करे।
. आप इसे कांच की बोतल में भरकर फ्रिज में भी रख सकती है। इससे यह कुछ देर तक फ्रेश रहेगा।
. ऐसे में आप जब कभी इसका सेवन कर सकते हैं।
चलिए जानते हैं पपीते की पत्तियों का जूस पीने के फायदे...
डेंगू में प्लेटलेट्स बढ़ाने में मददगार
डेंगू होने पर मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगती है। इसके साथ ही बुखार, जोड़ों में व सिरदर्द की शिकायत रहती है। शरीर में प्लेटलेट्स की कमी होने से कमजोरी व दर्द महसूस होता है। ऐसे में इस परिस्थिति में पपीते के पत्तियों का जूस पीने से बुखार कम होने व प्लेटलेट्स बढ़ने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद अल्कलॉइड, पेपैन जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व इम्यूनिटी तेजी से बूस्ट करते हैं। इसतरह शरीर में फैले संक्रमित वायरस व बैक्टीरिया को काबू करने में मदद मिल जाती है।
मलेरिया कंट्रोल करने में मददगार
कई अध्ययनों अनुसार कि पपीते की पत्तियों का जूस या अर्क का सेवन करने से मलेरिया का सफल इलाज हो सकता है। पपीते की पत्तियों में प्लाज्मोडीस्टैटिक प्रॉपर्टीज पाई जाती है जो अप्रत्यक्ष रूप से मलेरिया के फीवर को कंट्रोल करती है।
पाचन तंत्र होगा मजबूत
मौसम बदलाव होने से लोगों को पाचन से जुड़ी समस्याएं होने लगती है। मगर इससे बचने के लिए आप डेली डाइट में पपीते की पत्तियों का जूस शामिल कर सकते हैं। पपीते की पत्तियों में पेपिन, काइमोपेपिन व कई जरूरी फाइबर मौजद होते हैं। इसका जूस पीने से पाचन दुरुस्त रहता है। ऐसे में पेट दर्द, पेट फूलना, सीन में जलन, खट्टे डकार, अपच, कब्ज आदि की समस्या दूर रहती है।
लिवर रखे स्वस्थ
पपीत की पत्तियां शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करके खून साफ करने में मदद करते हैं। शरीर में कोलेस्ट्रॉल घटने से लिपिड का पेरॉक्सिडेशन भी कम होता है। ऐसे में इससे जॉन्डिस, लिवर सिरॉसिस आदि कई तरह की बीमारियों होने से बचाव रहता है।
कैंसर से बचाव
पपीते में मौजूद लाइकोपीन कैंसर से बचाव रखता है। कैंसर के इलाज में भी पपीते की पत्तियों का जूस काफी फायदेमंद माना गया है। इसकी पत्तियों में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज फ्री रैडिकल्स को कम कर कैंसर से बचाव करने में मदद करता है।