दिल की रगों को चीरते दर्द, इश्क में डूबी उदास शामों और मुहब्बत की रूबाइयों को अपनी मखमली, लरजती आवाज का सहारा देने वाले मशहर गजल गायक पंकज उदास सोमवार को अपने लाखों चाहने वालों को छोड़कर चले गए । ‘चांदी जैसा रंग है तेरा', ‘इक तरफ उसका घर' ‘चिट्ठी आई है' , ‘आहिस्ता कीजिए बातें' और ‘जीएं तो जीएं कैसे' जैसे लोकप्रिय फिल्मी गीतों तथा मशहूर गजलों से अपने चाहने वालों के दिलों में उतरने वाले पंकज जाते- जाते सभी को उदास कर गए।
पंकज उदास ने 4 दशकों से अधिक के कॅरियर ने हमारे संगीत उद्योग को समृद्ध किया और हमें गज़लों की कुछ सबसे यादगार और मधुर प्रस्तुतियां दीं। गायक के गानों की तरह उनकी लव स्टोरी भी बेहद शानदार थी। जब लव मैरिज इतना आम नहीं थी तब उन्होंने धर्म की दीवार को तोड़कर शादी की थी। पत्नी फरीदा से पहली मुलाकात उनके पड़ोसी ने ही कराई थी, उस समय जहां गायक अभी पढ़ाई ही कर रहे थे तो उनकी लेडी लव एक एयरहोस्टेस थी।
पहले दोनों एक दूसरे के दोस्त बने फिर जल्द ही दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनों शादी के साथ जिंदगी की नई शुरुआत करना चाहते थे लेकिन बीच में धर्म की दीवार आ खड़ी हुई थी। पंकज उदास हिंदू थे और फरीदा पारसी परिवरा से ताल्लुक रखती थी। ऐसे में परिवार वालों को राजी करने कोई आसान काम नहीं था। पंकज की फैमिली तो इस रिश्ते के लिए मान गई, लेकिन फरीदा के घरवाले कतई राजी नहीं थे।
दोनों ने तय किया था कि जब तक दोनों परिवार राजी होंगे तब तक शादी नहीं करेंगे। हालांकि, कुछ समय बाद फरीदा के पिता पंकज उदास से मिलने के लिए राजी हो गए। उन्होंने गायक से कहा था कि अगर आपको ऐसा लगता है कि आप एक साथ खुश रहेंगे तो आगे बढ़ें और शादी करें। परिवार से हरी झंडी मिलने के बाद ही दोनों पंकज और फारिदा शादी के बंधन में बंधे। इस शादी से उनकी दो बेटियां हैं, नायाब और रिवा उधास। नायाब ने भारतीय क्लासिकल म्यूजिशियन ओजस अधिया से शादी की।